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राजस्थान में फेल और मजाक की सरकार: भंवर जितेंद्र सिंह का BJP पर गंभीर आरोप

राजस्थान में फेल और मजाक की सरकार: भंवर जितेंद्र सिंह का BJP पर गंभीर आरोप

मनीषा शर्मा। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह ने राजस्थान की मौजूदा BJP सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार चुनावों से ठीक पहले ऐसा माहौल बनाने की कोशिश करेगी जिससे मतदाताओं में भ्रम फैले। उनका कहना है कि जनता को सतर्क रहना होगा, क्योंकि बीजेपी अंतिम समय में कोई बड़ा कदम उठा सकती है।

सोमवार को नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के कार्यालय पर आयोजित बूथ लेवल एजेंट प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होकर उन्होंने राजनीतिक रणनीतियों और आगामी चुनावों पर कई गंभीर टिप्पणियां कीं।

BJP पर 10 हजार रुपए बांटने और फर्जी वोट कराने का आरोप

भंवर जितेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि—

“राजस्थान में फेल और मजाक की सरकार है। लेकिन यह मत सोचो कि सत्ता अपने आप बदल जाएगी। ये लोग चुनाव से पहले 10 हजार रुपए बांटेंगे, फर्जी वोट कराएंगे, बम फोड़ेंगे, माहौल खराब करेंगे।”

उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार हर संभव तरीके से चुनावी समीकरण बदलने का प्रयास करेगी। इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं और बूथ एजेंटों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस का वोटर यदि मजबूती से साथ रहा, तो ऐसी हर रणनीति विफल हो जाएगी।

बिहार चुनावों को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला

भंवर जितेंद्र सिंह ने अपने संबोधन के दौरान बिहार चुनावों का उदाहरण देते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने मतदान से पहले स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था करवाई। उनके अनुसार यह भी किसी बड़े चुनावी षड्यंत्र का हिस्सा था।

उन्होंने कहा—

“पोलिंग से ठीक पहले स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। बिहार की जनता को विश्वास नहीं हो रहा कि एनडीए जीत सकती है। यह सब सत्ता के लिए योजनाबद्ध तरीके से किया गया काम है।”

टीकाराम जूली को जनता ने नेता प्रतिपक्ष बनाया—भंवर जितेंद्र सिंह

कार्यक्रम के दौरान उन्होंने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की उपलब्धियों का भी जिक्र किया। उन्होंने साफ कहा कि—

“जितेंद्र सिंह ने जूली को नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाया, बल्कि अलवर ग्रामीण की जनता ने बनाया है।”

उन्होंने बताया कि जूली पहले बहरोड़ के रहने वाले थे, लेकिन अलवर ग्रामीण की जनता ने उन्हें अपनाया।

  • पहले जिला प्रमुख बनाए

  • फिर विधानसभा चुनाव जिताया

  • मंत्री बनने के बाद भी भारी बहुमत से जिताया

इसी जनता के विश्वास ने कांग्रेस हाईकमान तक यह संदेश पहुंचाया कि जूली को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए।

अंता उपचुनाव ने सरकार की हालत उजागर कर दी—टीकाराम जूली

कार्यक्रम में मौजूद नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी भाजपा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राजस्थान में इतनी जल्दी SIR कराने का कारण यह है कि नगर निकाय और पंचायत चुनाव नजदीक हैं।

उन्होंने कहा—

“सरकार की हालत पहले ही खराब है। अंता विधानसभा उपचुनाव ने यह बात साफ कर दी है कि जनता सरकार से कितनी नाराज है।”

जैसा कि हाल के उपचुनाव के नतीजों में देखा गया, अंता में कांग्रेस ने सरकार को बड़ा संदेश दिया है। जूली के अनुसार यह आगामी चुनावी माहौल का भी संकेत है।

क्यों जरूरी है SIR पर ध्यान?—जूली ने दिया उदाहरण

टीकाराम जूली ने बूथ एजेंटों को समझाते हुए बताया कि SIR पर इसलिए विशेष ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि छोटे-छोटे बदलाव भी चुनावी परिणामों को प्रभावित कर देते हैं।

उन्होंने उदाहरण दिया—

  • मान लीजिए अलवर ग्रामीण विधानसभा में 300 पोलिंग बूथ हैं

  • यदि हर बूथ से 20–30 वोट भी काटे जाएं

  • तो कुल 6000 वोट का अंतर बन सकता है

यह अंतर राजस्थान में सरकार बनाने या गिराने की क्षमता रखता है। जूली ने कहा कि राज्य की कई सीटें 10 हजार से भी कम वोटों से जीत-हार तय करती हैं।

कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की बड़ी मौजूदगी

प्रशिक्षण कार्यक्रम में कई वरिष्ठ नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। इनमें शामिल थे—

  • विधायक ललित यादव, दीपचंद खेरिया

  • पूर्व मंत्री शकुंतला रावत

  • वरिष्ठ कांग्रेसी संजय यादव, संजीव बाहरेठ, दीनबंधु शर्मा, इम्तियाज, सुमन देवी

कार्यक्रम का उद्देश्य कांग्रेस के बूथ लेवल नेटवर्क को मजबूत करना और आगामी चुनावों में हर बूथ को सुदृढ़ बनाना था।

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