मनीषा शर्मा, अअजमेर। अजमेर में प्राइवेट डॉक्टर कुलदीप शर्मा से मारपीट के मामले में प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए जेईएन को सस्पेंड कर दिया और 7 होमगार्ड को हटा दिया है। इस घटना के विरोध में प्राइवेट डॉक्टरों ने हड़ताल की, वहीं ब्राह्मण समाज ने भी प्रदर्शन किया। घटना के बाद अजमेर कलेक्टर ने जांच कमेटी का गठन किया और शाम को यह कार्रवाई की गई।
क्या है पूरा मामला?
गुरुवार को अजमेर विकास प्राधिकरण (ADA) की टीम डॉक्टर कुलदीप शर्मा के मकान पर कार्रवाई करने पहुंची थी। डॉक्टर शर्मा ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने इस कार्रवाई का विरोध किया तो ADA टीम ने उनके साथ मारपीट की। इस घटना के बाद प्राइवेट डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्य थाने पहुंचे और मामले की शिकायत दर्ज करवाई। दूसरी ओर, ADA प्रशासन ने भी इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करवाई।
प्राइवेट डॉक्टरों ने किया हड़ताल और प्रदर्शन
इस घटना के विरोध में अजमेर के सभी प्राइवेट डॉक्टरों ने हड़ताल की। डॉक्टरों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया और कलेक्टर लोकबंधु को ज्ञापन सौंपा। प्राइवेट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज तोषनीवाल ने कहा कि हमारी मांगें पूरी नहीं हुई तो आंदोलन तेज होगा।
डॉक्टरों की मांगें:
दोषी अधिकारियों को सस्पेंड किया जाए।
ADA प्रशासन कार्रवाई को लेकर माफी मांगे।
डॉक्टर कुलदीप शर्मा को हुए नुकसान की भरपाई की जाए।
ब्राह्मण समाज ने भी किया प्रदर्शन
ब्राह्मण समाज ने भी इस घटना के खिलाफ कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। समाज के अध्यक्ष सुदामा शर्मा ने कहा कि ADA प्रशासन की कार्रवाई निंदनीय है। ब्राह्मण समाज ने सरकार से मांग की है कि: दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई हो। डॉक्टर के मकान को हुई क्षति का हर्जाना दिया जाए। प्रशासन को लिखित में माफी मांगनी होगी। अगर सरकार मांगें पूरी नहीं करती, तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
ADA कर्मचारियों का भी प्रदर्शन
इस मामले में अजमेर विकास प्राधिकरण कर्मचारी संघ भी मैदान में आ गया। उन्होंने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर अपना पक्ष रखा। संघ के अध्यक्ष चंपालाल नागोरा ने कहा कि ADA का दस्ता 20 मार्च 2025 को पंचशील नगर में अतिक्रमण हटाने गया था। जब टीम पहुंची तो मौके पर कोई मौजूद नहीं था। भूखंड पर किसी प्रकार की सामग्री नहीं थी। भूखंड मालिक नितिन भी वहां नहीं थे। जब डॉक्टर शर्मा पहुंचे, तो उन्होंने दावा किया कि यह भूखंड उनका है, जबकि सरकारी रिकॉर्ड में ऐसा नहीं था। कर्मचारियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने गाली-गलौच कर राजकार्य में बाधा पहुंचाई।
कर्मचारियों की चेतावनी
अगर प्रशासन ADA कर्मचारियों पर किसी दबाव में कार्रवाई करता है, तो सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।