शोभना शर्मा। राजधानी जयपुर में आमजन की सुविधा के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) 17 सितंबर से शहरी सेवा शिविर शुरू करने जा रहा है। यह शिविर एक महीने तक चलेंगे और 17 अक्टूबर तक विभिन्न स्थानों पर आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान नागरिकों को भूमि और भवन संबंधी कई महत्वपूर्ण सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जाएंगी।
जेडीसी आनंदी ने जानकारी दी कि शिविरों का उद्देश्य लोगों को त्वरित और पारदर्शी सेवाएं उपलब्ध कराना है। प्राप्त होने वाले आवेदनों का निस्तारण शिविर स्थल पर ही करने का प्रयास किया जाएगा ताकि आमजन को कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें।
कौन-कौन सी सेवाएं मिलेंगी शिविर में?
शहरी सेवा शिविरों में आवेदकों को निम्न सुविधाएं दी जाएंगी:
अनुमोदित योजनाओं के पट्टे जारी करना
उप विभाजन और पुनर्गठन की प्रक्रिया पूरी करना
भू-उपयोग परिवर्तन (लैंड यूज़ चेंज)
नामांतरण (म्यूटेशन)
लीज मुक्ति प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना
भवन निर्माण स्वीकृति (बिल्डिंग परमिशन)
लीज होल्ड से फ्री होल्ड पट्टे जारी करना
इन सेवाओं से हजारों लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है, क्योंकि कई नागरिक लंबे समय से लीज से फ्री होल्ड में परिवर्तन और नामांतरण जैसी प्रक्रियाओं का इंतजार कर रहे हैं।
कहां और कब लगेंगे शिविर?
जयपुर में अलग-अलग जोनों के लिए अलग-अलग तिथियों पर शिविर आयोजित होंगे। इसका विस्तृत कार्यक्रम इस प्रकार है:
जोन 1, 2, 4, 9 और 10 – 17 से 20 सितंबर तक, नागरिक सेवा केंद्र JDA
जोन 3, 7, 8, 11, 13, 14 – 23 से 26 सितंबर तक, नागरिक सेवा केंद्र JDA
जोन 5, 6 और 12 – 1, 3, 6 और 7 अक्टूबर को, नागरिक सेवा केंद्र JDA
जोन PRN (उत्तर प्रथम और द्वितीय) – 8 से 10 अक्टूबर तक, चित्रकूट जोन कार्यालय
जोन PRN (दक्षिण प्रथम और द्वितीय) – 14 से 17 अक्टूबर तक, पत्रकार कॉलोनी कार्यालय
निगम के शिविरों में भी मौजूद रहेंगे JDA अधिकारी
शहरी सेवा शिविर केवल JDA कार्यालयों में ही नहीं बल्कि नगर निगम द्वारा लगाए जाने वाले शिविरों में भी आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए JDA अधिकारी निगम शिविरों में भी मौजूद रहेंगे। इस व्यवस्था का उद्देश्य यह है कि आवेदकों का कार्य बिना किसी रुकावट के समय पर पूरा हो सके।
आमजन को क्या होगा लाभ?
इन शिविरों के माध्यम से जयपुरवासियों को कई स्तरों पर लाभ मिलेगा।
समय की बचत – अलग-अलग कार्यालयों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
पारदर्शिता – आवेदन का निस्तारण मौके पर ही होने से भ्रष्टाचार की संभावना कम होगी।
आसान प्रक्रिया – एक ही स्थान पर लीज से फ्री होल्ड, नामांतरण और भवन स्वीकृति जैसे कई कार्य पूरे किए जा सकेंगे।
विश्वसनीयता – शिविरों में जारी किए जाने वाले दस्तावेज और स्वीकृतियां पूरी तरह आधिकारिक और मान्य होंगी।