मनीषा शर्मा । जयपुर मेट्रो के रूट को बढ़ाने की तैयारी में सरकार जुटी हुई है। अब मेट्रो को एयरपोर्ट और शहर के सीमावर्ती क्षेत्रों से जोड़ने की योजना बनाई जा रही है। इस संदर्भ में स्वायत्त शासन विभाग द्वारा जल्द ही ग्राउंड सर्वे करवाया जाएगा। इस सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर डीपीआर तैयार कर मेट्रो के फेज-2 का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने बताया कि मेट्रो का संचालन पहले सीतापुरा से अंबाबाड़ी तक प्रस्तावित था, जिसे बढ़ाकर विद्याधर नगर तक किया गया था। अब स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों की मांग पर विश्वकर्मा 14 नंबर रोड तक जोड़ने पर विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही टोंक रोड से मानसरोवर, 200 फीट चौराहे से बस टर्मिनल और मेट्रो रूट में एयरपोर्ट को भी शामिल करने के लिए ग्राउंड सर्वे करवाया जाएगा। इस पूरे प्रोजेक्ट की फिजिबिलिटी चेक की जाएगी, जिसके बाद डीपीआर तैयार की जाएगी।
उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने 8 फरवरी को विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान सीतापुरा से विद्याधर नगर तक मेट्रो चलाने की घोषणा की थी। उन्होंने मेट्रो फेज-2 के नए रूट की डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए थे, जो पहले अंबाबाड़ी तक ही प्रस्तावित था। अब स्वायत्त शासन विभाग फेज-2 की डीपीआर को अपडेट करने या नए सिरे से डीपीआर बनाने की तैयारी कर रहा है। इसके पहले ग्राउंड सर्वे करवाया जाएगा, जिसमें विद्याधर नगर से 14 नंबर रोड, अजमेर रोड चौराहे से हीरापुर बस टर्मिनल, टोंक रोड को मानसरोवर मेट्रो स्टेशन से जोड़ने के साथ ही सांगानेर एयरपोर्ट को मेट्रो रूट से जोड़ने के लिए ट्रैफिक स्टडी और ग्राउंड फिजिबिलिटी की जांच की जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर ही सरकार मेट्रो रूट में बदलाव पर अंतिम फैसला करेगी।
आपको बता दें की पिछली सरकार ने पुराने मेट्रो रूट में भी विस्तार किया था , जिसमे मानसरोवर से 200 फीट बाइपास (अजमेर रोड) और बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर तक मेट्रो रूट का विस्तार किया गया था। बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर के बीच की दूरी 2.85 किमी है, जिसमें दो मेट्रो स्टेशन- रामगंज और ट्रांसपोर्ट नगर होंगे। इस दूरी में 0.59 किमी का ट्रैक एलिवेटेड होगा, जबकि 2.26 किमी का ट्रैक अंडरग्राउंड रहेगा। रामगंज मेट्रो स्टेशन अंडरग्राउंड और ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन एलिवेटेड होगा। इसी तरह मानसरोवर से अजमेर बाइपास रूट की दूरी 2 किमी है, जो एलिवेटेड ट्रैक होगा। इस रूट पर निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है।
जयपुर मेट्रो के इस विस्तार से शहरवासियों को काफी सुविधा होगी और शहर के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोड़ने में मदद मिलेगी।