शोभना शर्मा। 20 दिसंबर 2024 की सुबह राजस्थान के जयपुर में एक ऐसा भीषण हादसा हुआ जिसने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया। इस घटना में एक एलपीजी से भरा टैंकर और ट्रक की टक्कर से हुए विस्फोट ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई। यह हादसा न केवल नियमों की अनदेखी का नतीजा था, बल्कि सड़क सुरक्षा में कई कमियों को उजागर करता है। इस अग्निकांड में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 43 लोग घायल हुए हैं। इनमें से 15 लोग 50% से अधिक झुलसे हुए हैं और 6 गंभीर रूप से घायल लोग वेंटिलेटर पर हैं।
हादसे का पूरा विवरण
20 दिसंबर की सुबह एक एलपीजी टैंकर यूटर्न लेने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान एक तेज रफ्तार ट्रक उससे टकरा गया। टक्कर के बाद टैंकर से एलपीजी गैस लीक होने लगी, और कुछ ही सेकंड में लगभग 18 से 20 टन गैस चारों ओर फैल गई। इसके बाद गैस ने आग पकड़ ली और देखते ही देखते एक भयानक विस्फोट हुआ। इस ब्लास्ट ने आसपास के 500 मीटर के दायरे को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में 30-35 गाड़ियां जलकर राख हो गईं। साथ ही सड़क पर मौजूद कई लोग जिंदा जल गए। घटना इतनी भयानक थी कि इसकी गूंज पूरे शहर में सुनाई दी। प्रभावित इलाके में रह रहे लोगों के लिए यह मंजर किसी बुरे सपने से कम नहीं था।
हादसे की वजह: नियमों की अनदेखी और लापरवाही
यह हादसा कई सवाल खड़े करता है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि ऐसे खतरनाक वाहनों के लिए सड़क पर सुरक्षा के नियम कितने कारगर हैं?
- ओवर स्पीडिंग: यह हादसा ओवर स्पीडिंग का स्पष्ट नतीजा है। दोनों वाहनों की तेज रफ्तार ने इस दुर्घटना को और खतरनाक बना दिया।
- सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन: सड़क पर यूटर्न लेते समय उचित सावधानी नहीं बरती गई।
- गैस टैंकर के लिए सुरक्षा उपायों की कमी: ऐसे खतरनाक वाहनों के लिए अलग से सुरक्षा मानदंडों की अनुपस्थिति इस हादसे का बड़ा कारण रही।
भविष्य के लिए कदम: क्या कह रहे हैं नेता
इस भयानक हादसे के बाद राजस्थान की राजनीति में भी हलचल मच गई है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता किरोड़ी लाल मीणा और कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने हादसे को रोकने के लिए सुझाव दिए हैं।
किरोड़ी लाल मीणा की नसीहतकिरोड़ी लाल मीणा ने इस घटना के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पांच बड़े सुझाव दिए हैं:
एक्सपर्ट कमिटी का गठन
गैस वाहनों के लिए सख्त नियम
अलग जोन में गैस गोदामों का निर्माण
ओवर स्पीडिंग रोकने के लिए कड़े कानून
दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रोड मैप तैयार करना
राज्यवर्धन राठौड़ की चिंता
राज्यवर्धन राठौड़ ने ओवर स्पीडिंग के बढ़ते मामलों पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने ट्रांसपोर्ट विभाग और पुलिस को मिलकर ऐसे हादसों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की सलाह दी है।
हादसे से सीख और सरकार की जिम्मेदारी
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सड़क सुरक्षा और खतरनाक वाहनों के प्रबंधन में कई खामियां हैं। सरकार को चाहिए कि वह:
सड़क सुरक्षा नियमों को और सख्त बनाए।
गैस वाहनों और टैंकरों के लिए अलग से नियम और रूट निर्धारित करे।
आम जनता को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करे।
हादसे के पीड़ित और उनके परिवार
इस हादसे ने न केवल दर्जनों लोगों की जान ली, बल्कि सैकड़ों परिवारों को बर्बाद कर दिया। प्रभावित परिवारों को सरकार से उचित मुआवजा और मदद की उम्मीद है।