शोभना शर्मा। जयपुर से दिल्ली जाने वाले यात्रियों को पुराने हाईवे का रुख करना फिर से फायदे का सौदा लगने लगा है।
नई 155 किलोमीटर सड़क निर्माण और सर्विस लेन सुधार कार्य के बाद यह मार्ग फिर से सुगम हो गया है। पुराने हाईवे पर टोल टैक्स भी कम है और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की तुलना में 40 किलोमीटर की कम दूरी तय करनी पड़ती है।
क्यों हो रहा है पुराना हाईवे यात्रियों की पहली पसंद?
- ₹300 तक टोल टैक्स बचत:
- पुराने हाईवे पर 335 रुपये का टोल लगता है।
- वहीं, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर 635 रुपये का टोल चुकाना पड़ता है।
- कम दूरी:
- पुराने हाईवे से 40 किलोमीटर कम दूरी तय करनी पड़ती है।
- यह ईंधन और समय दोनों की बचत करता है।
- बेहतर सड़क निर्माण:
- एनएचएआई ने जयपुर से शाहजहांपुर बॉर्डर तक 155 किलोमीटर सड़क का पुनर्निर्माण किया है।
- 140 किलोमीटर लंबी सर्विस लेन भी सुधार दी गई है।
- गाड़ियों का सुगम आवागमन:
- नई सड़क के बाद शाहपुरा, कोटपूतली और बहरोड़ के पास यातायात में आने वाली रुकावटें कम हो गई हैं।
20% बढ़ा ट्रैफिक, क्या कहती है रिपोर्ट?
एनएचएआई की रिपोर्ट के मुताबिक,
- 2023 में ट्रैफिक गिरावट: एक्सप्रेसवे के खुलने और पुराने हाईवे की खराब स्थिति के कारण ट्रैफिक 1.10 लाख पैसेंजर कार यूनिट (पीसीयू) से घटकर 80 हजार पीसीयू रह गया था।
- 2024 में पुनरुद्धार: अक्टूबर-नवंबर 2024 में ट्रैफिक बढ़कर 96 हजार पीसीयू तक पहुंच गया है, यानी 20% की वृद्धि।
पुराना हाईवे vs. नया एक्सप्रेसवे
विशेषता | पुराना हाईवे | दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे |
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दूरी (जयपुर से दिल्ली) | 270 किमी | 310 किमी |
टोल टैक्स | ₹335 | ₹635 |
सड़क की स्थिति | नई बनी सड़क, सुगम | प्रीमियम एक्सप्रेसवे |
समय | लगभग 4 घंटे | लगभग 3.5 घंटे |
पुराने हाईवे के सुधार कार्य का प्रभाव
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर के अनुसार सितंबर तक सड़क और सर्विस लेन के सुधार कार्य पूरे किए गए, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल रहा है।
- पुलिया निर्माण पूरा हुआ।
- सड़क गड्ढा मुक्त हुई।
- ट्रैफिक सुगम हो गया।
नया एक्सप्रेसवे क्यों चुनते हैं यात्री?
हालांकि, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक भी बना हुआ है। इसका कारण है:
- तेज यात्रा अनुभव: एक्सप्रेसवे की गति सीमा अधिक होने से समय की बचत होती है।
- प्रीमियम इंफ्रास्ट्रक्चर: नए एक्सप्रेसवे पर ड्राइविंग का अनुभव अधिक आरामदायक है।
कौन सा रूट चुनें?
- अगर समय बचाना प्राथमिकता है: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे चुनें।
- अगर खर्च और दूरी बचानी है: पुराना जयपुर-दिल्ली हाईवे बेहतर विकल्प है।