मनीषा शर्मा । राजस्थान में इंटरनेशनल ड्रग तस्करी का मामला उजागर हुआ है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने जयपुर में पहली बार LSD (लिसेर्जिक एसिड डाइएथाइलैमाइड) जब्त किया है। यह ड्रग मतिभ्रम का एहसास कराता है और स्टाम्प टिकट की तरह दिखता है, जिसे आम लोग पहचान नहीं सकते।
राजस्थान में इंटरनेशनल ड्रग्स की बढ़ती समस्या
NCB के जयपुर-जोधपुर जोनल डायरेक्टर घनश्याम सोनी के अनुसार, राजस्थान तस्करों के लिए ड्रग्स खपाने का सबसे बड़ा क्षेत्र बन चुका है। यहां इंटरनेशनल ड्रग्स के साथ-साथ अन्य प्रदेशों से आए स्टूडेंट्स पैडलर के बड़े खरीदार बन रहे हैं। तस्कर अब झाड़ू के कवर, अमेज़न के पार्सल, मेहंदी के कोण और वाइपर के जरिए ड्रग्स की सप्लाई कर रहे हैं।
ड्रग्स का नया चलन और तस्करी की तकनीक
NCB के आंकड़ों के अनुसार, 2019 से 2023 तक चरस, गांजा, अफीम, डोडा पोस्त जैसी ड्रग्स की तस्करी जारी थी। अब जोधपुर, सिरोही, सांचौर, और बाड़मेर में ड्रग्स की फैक्ट्रियां पकड़ी जा रही हैं। साल 2024 में एमडी और LSD जैसी ड्रग्स भी पकड़ी गईं, जो अब तक देश के बड़े शहरों में ही इस्तेमाल हो रही थीं।
युवाओं में बढ़ती ड्रग्स की खपत
सोनी बताते हैं कि कोटा, चित्तौड़गढ़, और हाड़ौती बेल्ट में ड्रग्स का कल्टीवेशन होता है। जयपुर, अलवर, और एनसीआर के क्षेत्रों में आर्टिफिशियल ड्रग्स का चलन बढ़ा है। पाकिस्तान के जरिए ड्रोन से ड्रग्स आने की सूचनाएं मिलती रहती हैं, जिससे बाहर के राज्यों से आने वाले स्टूडेंट्स में ड्रग्स का कल्चर डेवलप हो गया है।
LSD का पहला मामला जयपुर में
NCB ने अप्रैल 2024 में जयपुर से पहली बार LSD जब्त किया। यह ड्रग हाईप्रोफाइल लोग इस्तेमाल करते हैं और यह स्टाम्प टिकट की तरह दिखता है। स्टूडेंट्स इसे अपनी जीभ पर रखते हैं, जिससे नशा होता है। ऑनलाइन शॉपिंग ऐप्स और कमर्शियल साइट्स से मारिजुआना और अन्य ड्रग्स ऑर्डर की जा रही हैं।
महिलाएं और बच्चे भी तस्करी में शामिल
सोनी के अनुसार, राजस्थान में ड्रग्स सप्लाई में महिलाओं का इन्वॉल्वमेंट भी बढ़ रहा है। सिंगल मदर, आर्थिक रूप से कमजोर महिलाएं और ग्रामीण तबके की विधवा या तलाकशुदा महिलाएं तस्करों के जाल में फंस रही हैं। कई टीनेज युवतियां भी इस जाल में फंस गई हैं।
झाड़ू और मेहंदी के कोण में MD
तस्कर अब झाड़ू, वाइपर, टॉफी और मेहंदी के कोण में MD सप्लाई कर रहे हैं। कोण के अंदर एमडी का पाउच और उस पर मेहंदी होने से किसी को शक नहीं होता। कई पैडलर सिग्नल और कॉलेज के आसपास वाइपर बेचते हुए नजर आते हैं। इंटेलिजेंस की सूचना पर वाइपर के खाली पाइप की जांच में MD ड्रग मिली है।
LSD की स्टाम्प पर फोटो के नाम से कोड
LSD की स्टाम्प पर जिसकी फोटो लगी होती है, उसी नाम से इसे जाना जाता है। तस्कर हर देश की टिकट का इस्तेमाल करते हैं और फोटो के अनुसार ही इसका रेट तय करते हैं।