मनीषा शर्मा। राजस्थान का दौसा जिला इस समय लगातार हो रही बारिश की वजह से सुर्खियों में है। पिछले करीब 10 दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने जहां मौसम को सुहावना बना दिया है, वहीं जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। गुरुवार रात जिले के कई हिस्सों में कहीं रिमझिम तो कहीं मध्यम बारिश दर्ज की गई। बारिश के साथ चल रही ठंडी हवाओं ने मौसम को और सुहाना बना दिया है।
बीते 24 घंटे में जिले के महुवा, सैंथल, बैजूपाड़ा, बसवा, लवाण और पचवारा क्षेत्रों में 10 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है। लगातार हो रही बरसात ने किसानों और ग्रामीणों के लिए राहत और चुनौतियाँ दोनों ही दी हैं।
20 साल में दूसरी सबसे ज्यादा बारिश
दौसा जिले में इस बार मानसून ने रिकॉर्ड तोड़ वर्षा की है। आंकड़ों के अनुसार, जिले में औसतन 664.92 मिमी बारिश होती है, जबकि इस साल अब तक 1056.96 मिमी (158.96%) बारिश हो चुकी है। यह पिछले 20 वर्षों में दूसरी सबसे अधिक वर्षा है।
पिछले साल भी जिले में असाधारण बारिश दर्ज की गई थी, जब 1234.87 मिमी (190.86%) बारिश हुई थी। इस बार भी जिले के कई इलाकों में औसत से कहीं ज्यादा पानी बरसा है।
सबसे ज्यादा बारिश दौसा क्षेत्र में 1605 मिमी दर्ज की गई।
सबसे कम बारिश बसवा क्षेत्र में 791 मिमी दर्ज हुई।
यह आँकड़े बताते हैं कि मानसून ने जिले के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग असर डाला है।
मौसम विभाग का येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग, जयपुर ने लगातार पाँचवें दिन दौसा जिले के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। अलर्ट में कहा गया है कि जिले के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश, मेघ गर्जन, आकाशीय बिजली और 20-30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएँ चल सकती हैं।
मौसम विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने और खराब मौसम की स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली गिरने की घटनाओं से बचाव के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं।
नदियों और बांधों में बढ़ी पानी की आवक
लगातार बारिश का असर अब जिले की नदियों और बांधों पर भी साफ दिखाई देने लगा है। मोरेल नदी, बाणगंगा और सूरी नदी में पानी की आवक लगातार बढ़ रही है।
इस बार 39 में से 34 बांधों में पानी की आवक हो चुकी है। इनमें से 11 बांधों पर तो पानी की चादर चल रही है। सबसे बड़े मोरेल बांध पर 36 इंच की चादर बह रही है। यह दृश्य किसानों और ग्रामीणों के लिए राहत की खबर लेकर आया है, क्योंकि इससे जल संसाधन और सिंचाई की संभावनाएँ बढ़ेंगी।
बारिश के आँकड़े – कहाँ कितनी हुई वर्षा
5 सितंबर तक जिले में हुई बारिश के विस्तृत आँकड़े इस प्रकार हैं:
दौसा – 1605 मिमी
सिकराय – 1425 मिमी
लालसोट – 1384 मिमी
लवाण – 1211 मिमी
मोरेल डेम – 1224 मिमी
नांगल राजावतान – 1062 मिमी
सैंथल – 1053 मिमी
निर्झरना – 1044 मिमी
राहुवास – 1034 मिमी
महुवा – 1002 मिमी
अन्य क्षेत्रों (बैजूपाड़ा, बसवा, मंडावर, रेडिया डेम, बहरावण्डा आदि) में 750 से 950 मिमी तक बारिश दर्ज हुई।
कुल मिलाकर जिले में 25,367 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसका औसत 1056.96 मिमी बैठता है।
किसानों और आमजन पर असर
बारिश से जिले की नमी और जलस्तर बढ़ा है, जो फसलों के लिए लाभकारी साबित होगा। धान, मक्का और दलहनी फसलों के लिए यह बारिश संजीवनी समान है। हालांकि, लगातार हो रही वर्षा से कुछ जगहों पर जलभराव की समस्या भी सामने आई है, जिससे ग्रामीणों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।
बांधों में पानी भरने से आगामी महीनों में सिंचाई और पेयजल आपूर्ति की स्थिति मजबूत होने की उम्मीद है।