मनीषा शर्मा। भारत में प्रकृति की पूजा का प्राचीन इतिहास रहा है। हमारे देश में पंच तत्वों – धरती, जल, आकाश, वायु और अग्नि – की पूजा होती है, जो जीवन के संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण हैं। इसी प्रकार, सूर्य और चंद्र की पूजा भी की जाती है, जिनका दैनिक जीवन और प्राकृतिक चक्र में अहम स्थान है। खासकर दिवाली के बाद उत्तर भारत में छठ पूजा के दौरान सूर्य देव और छठी मैया की आराधना का आयोजन होता है। इस पर्व के अवसर पर एक विशेष फल, जिसे ‘डाभ नींबू’ कहा जाता है, का भोग लगाया जाता है।
छठ पूजा के दौरान डाभ नींबू का महत्व अत्यधिक होता है। यह नींबू का एक बड़ा आकार का रूप है और इसमें सामान्य नींबू के समान ही पोषक तत्व होते हैं। नींबू में विटामिन C, मिनरल्स और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो इसे एक बेहतरीन सुपरफूड बनाती है।
छठ पूजा में इसे भोग के रूप में चढ़ाया जाता है और इस पूजा में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। नींबू न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्व रखता है बल्कि इसके औषधीय लाभ भी अत्यधिक हैं, जिनसे स्वास्थ्य के कई पहलुओं में सुधार किया जा सकता है।