शोभना शर्मा। राजस्थान की राजनीति एक बार फिर गर्माई हुई है और इस बार केंद्र में हैं लोकसभा सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख हनुमान बेनीवाल। पेपर लीक मामलों को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर पिछले सात दिनों से चल रहे धरने को अब उन्होंने निर्णायक आंदोलन में बदल दिया है। शुक्रवार, 2 मई को हनुमान बेनीवाल ने हजारों युवाओं के साथ मुख्यमंत्री निवास की ओर कूच किया, जिससे राजधानी का सियासी तापमान और अधिक बढ़ गया।
‘मैं गोली खाने को तैयार हूं’—बेनीवाल का ऐलान
मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को जब पुलिस ने रोका तो स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इस दौरान पुलिस ने हनुमान बेनीवाल समेत दर्जनों कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया और सांगानेर सदर थाने में ले जाया गया। हालांकि बाद में सभी को रिहा कर दिया गया। रिहाई के बाद धरना स्थल लौटे हनुमान बेनीवाल ने जो भाषण दिया, वह सीधे-सीधे राज्य सरकार के खिलाफ बड़ा हमला माना जा रहा है।
बेनीवाल ने कहा, “पेपर लीक मामले में राजस्थान के लाखों युवाओं के साथ अन्याय हुआ है और यह अन्याय अब और सहन नहीं किया जाएगा। मैं युवाओं के हक के लिए गोली खाने को भी तैयार हूं।”
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप
अपने संबोधन में बेनीवाल ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि 2021 की सब-इंस्पेक्टर भर्ती समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर कांग्रेस के शासनकाल में लीक हुए। एसओजी की जांच में यह तथ्य प्रमाणित भी हो चुका है, बावजूद इसके उन भर्तियों को रद्द नहीं किया गया।
उन्होंने मांग की कि कांग्रेस सरकार के समय हुई सभी भर्तियों की CBI जांच कराई जाए। बेनीवाल के अनुसार, “हर परीक्षा में पेपर लीक हुआ, नेताओं की मिलीभगत सामने आई, और यहां तक कि RPSC के अधिकारी भी इसमें लिप्त पाए गए।”
शिक्षा व्यवस्था पर भी उठाए सवाल
बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। निजी विश्वविद्यालयों को गलत तरीके से जमीनें दी जा रही हैं और वहां से फर्जी डिग्रियां बांटी जा रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
भाजपा सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप
हनुमान बेनीवाल ने सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, वर्तमान भाजपा सरकार को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि जब भाजपा विपक्ष में थी तब उसने युवाओं से बड़े-बड़े वादे किए थे। कहा गया था कि जिन भर्तियों में धांधली हुई है उन्हें रद्द कर दोबारा परीक्षा कराई जाएगी, लेकिन सरकार बने डेढ़ साल बीत चुका है और एक भी परीक्षा रद्द नहीं की गई है।
उनका कहना था कि वे सात दिन से लगातार शहीद स्मारक पर धरना दे रहे हैं, लेकिन सरकार के कानों तक जूं तक नहीं रेंग रही है। बेनीवाल ने कहा, “इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है कि एक जनप्रतिनिधि लगातार धरने पर बैठा है और सत्ता में बैठे लोग मौन हैं।”
सरकारी मंत्री पर लगाया पेपर लीक से जुड़ाव का आरोप
अपने भाषण में बेनीवाल ने दावा किया कि वर्तमान सरकार के एक मंत्री का नाम भी पेपर लीक मामले में सामने आ चुका है। बावजूद इसके सरकार चुप्पी साधे हुए है और उस मंत्री को बर्खास्त नहीं किया गया है। उन्होंने मांग की कि ऐसे मंत्री को तुरंत मंत्रिमंडल से हटाया जाए।
“मैं रुकने वाला नहीं हूं”—आंदोलन जारी रहेगा
हनुमान बेनीवाल ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन अब थमने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि वे ना तो डरने वाले हैं और ना ही पीछे हटने वाले। उन्होंने एलान किया कि आगामी दिनों में और अधिक युवाओं के साथ मुख्यमंत्री निवास का घेराव किया जाएगा। उनका यह भी कहना था कि युवा अब जाग चुका है और सरकार को उसकी जवाबदेही से भागने नहीं दिया जाएगा।