शोभना शर्मा। उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। खासकर राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में तापमान रिकॉर्ड तोड़ स्तर पर पहुंच गया है। राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 47.4 डिग्री, हरियाणा के सिरसा में 46.2 डिग्री और पंजाब के भटिंडा में 47.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इन आंकड़ों से साफ है कि इस बार गर्मी का प्रकोप सामान्य से कहीं अधिक है।
हीट वेव्स का बढ़ता प्रभाव: 14 जिलों में अलर्ट जारी
राजस्थान के मौसम विभाग ने 14 जिलों में हीट वेव्स को लेकर चेतावनी जारी की है। श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में रेड कैटेगरी का अलर्ट घोषित किया गया है। इन जिलों में न सिर्फ दिन, बल्कि रात में भी लू चलने की संभावना है, जिससे लोगों को लगातार तापमान की मार झेलनी पड़ रही है।
पश्चिमी राजस्थान के अधिकतर हिस्सों में अगले तीन दिनों तक तापमान 47-48 डिग्री के आसपास बना रह सकता है। वहीं पूर्वी राजस्थान के जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग में भी तापमान 44-45 डिग्री तक पहुंच रहा है। साथ ही रात का तापमान भी सामान्य से 5 से 6 डिग्री अधिक बना हुआ है, जिससे गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही।
भीषण गर्मी की वजह क्या है?
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार मानसून की गतिविधियों में रुकावट और उत्तर भारत में एंटी-साइक्लोनिक सिस्टम बनने के कारण तापमान में भारी वृद्धि हो रही है। खासकर पश्चिमी राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में इसका प्रभाव सबसे ज्यादा है। बारिश की गतिविधियां फिलहाल थमी हुई हैं और हवा की गति भी कम है, जिससे गर्मी और अधिक तेज महसूस हो रही है।
बीते 24 घंटों में तापमान का हाल
राजस्थान के कई शहर भीषण गर्मी से तप रहे हैं। श्रीगंगानगर, कोटा, चित्तौड़गढ़, चूरू और बीकानेर प्रदेश के सबसे गर्म शहरों में रहे। इन शहरों का तापमान इस प्रकार रहा:
श्रीगंगानगर: 47.4°C
कोटा: 46.3°C
चूरू: 45.5°C
चित्तौड़गढ़: 45.4°C
बीकानेर: 45.3°C
राजधानी जयपुर का अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि, न्यूनतम तापमान के मामले में जयपुर सबसे आगे रहा, जहां रात का तापमान 31.8 डिग्री रहा। यह प्रदेश का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान है, जो बताता है कि रात में भी गर्मी की स्थिति भयावह बनी हुई है।
कब मिलेगी राहत?
मौसम विभाग के अनुसार 15-16 जून से भरतपुर और कोटा संभाग में कुछ स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है, लेकिन यह बारिश कितनी राहत दे पाएगी, यह कहना अभी मुश्किल है। तब तक शुष्क मौसम और हीट वेव्स का सिलसिला जारी रहेगा।
विशेषज्ञों की सलाह है कि इस दौरान लोग दिन में बाहर निकलने से बचें, भरपूर पानी पिएं, हल्के कपड़े पहनें और बच्चों व बुजुर्गों को विशेष सावधानी में रखें। लू का असर शरीर पर तेज़ी से पड़ सकता है, जिससे डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।