शोभना शर्मा। राजस्थान में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। हाल ही में हुई बारिश के बाद राज्य में तापमान में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ते ही सूर्य की तपन ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। विशेष रूप से बीकानेर संभाग में गर्मी का प्रकोप ज्यादा महसूस किया जा रहा है, जहां तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है।
मौसम विभाग ने आगामी 8 से 10 जून के बीच बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू जिलों में लू (हीटवेव) चलने की चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही आने वाले दिनों में प्रदेश के तापमान में और इजाफा हो सकता है।
प्री-मानसून ने दी थी राहत, लेकिन अब फिर गर्मी का असर
इस साल मानसून की शुरुआत अपेक्षाकृत जल्दी हुई थी, जिससे किसानों और आम जनता को राहत की उम्मीद थी। लेकिन मध्य भारत तक पहुंचते-पहुंचते इसकी गति धीमी हो गई है। फिलहाल मानसून महाराष्ट्र के पास ठहरा हुआ है। सामान्यतः राजस्थान में मानसून 20 जून के आसपास दस्तक देता है, लेकिन इस बार उम्मीद की जा रही थी कि यह जल्दी आ जाएगा।
मौसम विभाग का मानना है कि हालांकि मानसून की गति धीमी हुई है, लेकिन राजस्थान में इस वर्ष सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। पूर्वी राजस्थान में सामान्य से 110 प्रतिशत और पश्चिमी राजस्थान में 115 प्रतिशत तक अधिक वर्षा हो सकती है।
तापमान में तेजी से वृद्धि
राज्य के कई जिलों में पिछले 24 घंटों में तापमान में बड़ा उछाल दर्ज किया गया है। राजधानी जयपुर में ही तापमान में 5 डिग्री तक की वृद्धि देखी गई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 4 से 5 दिनों में प्रदेश में तापमान 6 से 7 डिग्री तक बढ़ सकता है।
राजस्थान के प्रमुख शहरों का अधिकतम तापमान इस प्रकार रहा:
बाड़मेर: 43.4°C
जैसलमेर: 43.2°C
बीकानेर: 43.2°C
कोटा: 42.1°C
जोधपुर: 41.4°C
चूरू: 40.2°C
जयपुर: 39.8°C
अजमेर: 38.9°C
पिलानी: 38.9°C
फतेहपुर: 38.7°C
अलवर और सीकर: 38°C
किसानों के लिए राहत की उम्मीद
हालांकि फिलहाल तापमान में बढ़ोतरी और लू का असर देखने को मिलेगा, लेकिन मौसम विभाग ने किसानों के लिए सकारात्मक संकेत दिए हैं। अच्छी बारिश की संभावना के चलते खरीफ फसलों की तैयारी करने वाले किसानों को आगामी दिनों में राहत मिल सकती है।
सावधानी की आवश्यकता
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे 8 से 10 जून के बीच लू प्रभावित जिलों में दिन के समय अत्यधिक धूप से बचें और आवश्यक सावधानियां बरतें। विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और रोगियों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है।