शोभना शर्मा। राजस्थान की राजधानी जयपुर में रविवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के संस्थापक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। जयपुर में आयोजित “युवा आक्रोश महारैली” के मंच से उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑपरेशन सिंदूर, एसआई भर्ती घोटाले, आरपीएससी में भ्रष्टाचार और रोजगार जैसे ज्वलंत मुद्दों पर सवालों की बौछार कर दी। उनके भाषण ने एक बार फिर से राजस्थान की राजनीति में सरगर्मी ला दी है।
सभा की शुरुआत में ही हनुमान बेनीवाल ने देश के सबसे चर्चित सैन्य अभियानों में शामिल ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाते हुए कहा कि, “देश का नौजवान इस ऑपरेशन से उम्मीद लगाए बैठा था, लेकिन यह अधूरा रह गया। अगर आप वास्तव में आतंकी ठिकानों को खत्म करने निकले थे, तो फिर वह आतंकी कैंप क्यों छोड़ दिए गए जिन्हें ध्वस्त करना जरूरी था?” उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के नाम पर केवल एक प्रतीकात्मक कार्रवाई की गई जबकि पीओके पर कब्जा किया जाना चाहिए था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधे निशाने पर लेते हुए बेनीवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री जी, आप अपनी नाकामी छुपाने के लिए बीकानेर में रैली करके जनता को भ्रमित कर रहे हैं। आपको यह तक नहीं पता कि रगों में लहू बहता है, आपने उसे सिंदूर बता दिया। सिंदूर हमारी संस्कृति का प्रतीक है, और इसे यूं इस्तेमाल करना देश का अपमान है।”
हनुमान बेनीवाल ने पीएम मोदी की बीकानेर रैली पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी—सरकारी गाड़ियां, कर्मचारी, सब लगा दिए—लेकिन फिर भी पांडाल नहीं भर पाया। उन्होंने दावा किया कि मोदी जी के प्रति जनता का प्रेम अब कम हो रहा है और देश का युवा अब सिर्फ भाषण नहीं, रोजगार चाहता है।
सभा के दौरान बेनीवाल ने राजस्थान की एसआई भर्ती प्रक्रिया में हुए कथित घोटाले को लेकर भी सरकार पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा, “बीजेपी नेताओं ने चुनाव से पहले सड़कों पर कहा था कि एसआई भर्ती में घोटाला हुआ है और सरकार में आने पर वे सीबीआई जांच कराएंगे। मगर सत्ता में आने के बाद क्या हुआ? डेढ़ साल तक एसओजी छापे मारती रही, 55 थानेदार पकड़े गए, 200 अब भी रडार पर हैं। आरपीएससी के दो मेंबर जेल में हैं, लेकिन किसी चेयरमैन से पूछताछ तक नहीं हुई।”
बेनीवाल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर जातिवादी रवैया अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि, “क्या सरकार जाति देखकर पूछताछ कर रही है? संजय क्षोत्रिय, शिव सिंह राठौड़ और दीपक गुप्ता से पूछताछ क्यों नहीं हुई? ये सवाल राजस्थान की जनता पूछ रही है।”
उन्होंने मांग की कि एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द किया जाए, उसकी सीबीआई जांच हो, आरपीएससी को भंग कर पुनर्गठन किया जाए और सभी भर्ती प्रक्रियाओं का पारदर्शी कैलेंडर जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि खाली पड़े पदों की सूची जल्द जारी हो और उन्हें भरने की समय सीमा तय की जाए।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राजस्थान में “पर्ची का मुख्यमंत्री” भेजने के बयान का विरोध करते हुए बेनीवाल ने कहा, “मोदी जी ने राजस्थान का अपमान किया है। यहां पर्ची खुलती है तो मुख्यमंत्री बनता है। ये अपमान राजस्थान बर्दाश्त नहीं करेगा।”
अपनी बातों को और स्पष्ट करते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा कि यह रैली किसी राजनीतिक फायदे के लिए नहीं हो रही है। “मैं उस मां की ओर से बोल रहा हूं, जो अपने खेत बेचकर बेटे को पढ़ा रही है। उस युवा की ओर से बोल रहा हूं, जो भूखे पेट कोचिंग कर रहा है। अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं, तो यह आंदोलन हर जिले में पहुंचेगा।”
सभा स्थल पर जयपुर के संभागीय आयुक्त पूनम और पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ पहुंचे और सांसद से बातचीत की। पुलिस कमिश्नर ने मंच से जनता को आश्वस्त किया कि सांसद की सभी मांगों को सरकार के समक्ष रखा जाएगा और इनकी जांच सक्षम स्तर पर की जाएगी।