मनीषा शर्मा। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के सांसद हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस पर तीखे हमले किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कुछ नेता उनसे डरते हैं और उन्हें कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। बेनीवाल ने कहा कि विधानसभा उपचुनाव में वह तभी गठबंधन करेंगे, जब उन्हें दो सीटें लड़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजस्थान में कांग्रेस के नेताओं के बिना भी उन्होंने सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा है।
महिला आरक्षण पर बेनीवाल ने भजनलाल सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि 50% आरक्षण का फैसला युवाओं में असंतोष पैदा कर रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मांग की कि भाजपा में भी 50% आरक्षण लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि आरक्षण का फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया जाना चाहिए और युवाओं की आवाज़ सुनी जानी चाहिए।
बेनीवाल ने यह भी दावा किया कि लोकसभा चुनाव में आरएलपी के 20 लाख वोट कांग्रेस को मिले, जिससे कांग्रेस को लाभ हुआ। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस उनके समर्थन का सही उपयोग करती, तो कांग्रेस को और अधिक सीटें मिल सकती थीं। बेनीवाल ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने जानबूझकर उनकी पार्टी को कमजोर करने की कोशिश की।
उन्होंने एनडीए में वापस जाने की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि अग्निवीर योजना का विरोध करने वाले वह देश के एकमात्र सांसद हैं और इस योजना को पूरी तरह खत्म करने की मांग की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राजस्थान सरकार ने उनके विधायक कोष के पैसे को रोक रखा है, जोकि बेहद अनुचित है।
हनुमान बेनीवाल का यह बयान आगामी चुनावों के लिए महत्वपूर्ण संकेत देता है और उनके राजनीतिक दृष्टिकोण को स्पष्ट करता है।