शोभना शर्मा, अजमेर। राजस्थान के अजमेर संभाग के बिजयनगर में स्कूली नाबालिग लड़कियों के साथ हुए रेप और ब्लैकमेल कांड ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। इस मामले में पुलिस ने अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 4 नाबालिग भी शामिल हैं। पुलिस की गहन जांच में कई नए नाम सामने आ रहे हैं, जिनकी जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है। इस कांड के मास्टरमाइंड पूर्व पार्षद हकीम कुरैशी को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां उसे 11 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
कोर्ट में वकीलों ने की हकीम कुरैशी की पिटाई
सोमवार को जब हकीम कुरैशी को कोर्ट में पेश किया गया, तो वहां मौजूद वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा। पेशी के बाद जैसे ही वह कोर्ट से बाहर निकला, गुस्साए वकीलों ने उस पर लात-घूंसों और थप्पड़ों की बरसात कर दी। कुछ वकील तो टेबल और कुर्सियों पर चढ़कर भी उसकी पिटाई करते नजर आए। पुलिसकर्मियों ने स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी भी हकीम कुरैशी को बचाने के प्रयास में गिर पड़े। पुलिस किसी तरह आरोपी को सुरक्षित बाहर निकालने में सफल रही।
क्या है बिजयनगर रेप और ब्लैकमेल कांड?
यह मामला एक संगठित गैंग से जुड़ा है, जो नाबालिग लड़कियों को अपने जाल में फंसाकर उनका शोषण करता था। गैंग के लड़के महंगी गाड़ियों में स्कूल जाती लड़कियों को लुभाते थे। एक बार उनके जाल में फंसने के बाद, लड़कियों को जबरदस्ती धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता था।
पीड़िता ने बताया गैंग का डरावना सच
इस कांड की एक पीड़िता ने बताया कि गैंग के लड़के महंगी कारों और बाइकों से उन्हें लुभाते थे। जब लड़की इनके चंगुल में फंस जाती, तो उसे ब्लैकमेल कर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता। पीड़िता के मुताबिक, उसे जबरदस्ती बुरका पहनने, मस्जिद में पांच वक्त की नमाज पढ़ने और रोजा रखने के लिए कहा जाता था। पीड़िता के मामा ने बताया कि आरोपी उनकी बच्ची को इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर कर रहे थे। लड़कों ने बच्ची के साथ मारपीट भी की, जिससे उसके हाथों पर कट के निशान पड़ गए।
पुलिस कर रही ताबड़तोड़ कार्रवाई
राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी और मंत्री अविनाश गहलोत ने पुलिस को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पुलिस अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है और अन्य दोषियों की तलाश जारी है। बिजयनगर का यह मामला पूरे राजस्थान में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। कोर्ट में वकीलों का गुस्सा इस बात का संकेत है कि समाज अब ऐसे अपराधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा।