शोभना शर्मा। राजस्थान के ऐतिहासिक शहर अजमेर में रविवार को देशभक्ति और नारी शक्ति का अनूठा संगम देखने को मिला, जब शहर की सैकड़ों महिलाओं और छात्राओं ने एक भव्य सिंदूर यात्रा निकाली। यह यात्रा भारतीय सैनिकों को सम्मान देने और मातृशक्ति के योगदान को रेखांकित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। जीसीए कॉलेज से शुरू हुई यह तीन किलोमीटर लंबी यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई राजा सर्कल चौराहे पर समाप्त हुई। यात्रा के समापन पर भारत माता की आरती की गई और रंग-बिरंगी आतिशबाजी ने माहौल को और भी जीवंत बना दिया।
इस प्रेरणादायक आयोजन की शुरुआत अजमेर की वरिष्ठ भाजपा नेता एवं विधायक अनीता भदेल, शहर अध्यक्ष रमेश सोनी तथा महिला मोर्चा की अध्यक्ष भारती श्रीवास्तव ने गुब्बारे हवा में छोड़कर की। यह एक प्रतीक था—देश के लिए उड़ान भरती नारी शक्ति का। यात्रा में भाग लेने वाली महिलाओं और युवतियों ने अपने हाथों में तख्तियां थाम रखी थीं जिन पर “भारत माता की जय”, “जय जवान जय भारत” और “राष्ट्र की रक्षा में नारी भी अग्रणी” जैसे संदेश लिखे थे। इन नारों ने पूरे शहर को देशभक्ति के रंग में रंग दिया।
यात्रा में महिलाओं के साथ बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेट्स और स्कूल-कॉलेजों की छात्राएं भी शामिल हुईं। पूरे मार्ग में जगह-जगह पर स्थानीय निवासियों और संगठनों द्वारा प्रतिभागियों का फूलों की वर्षा से भव्य स्वागत किया गया। इस यात्रा ने यह संदेश दिया कि देश की रक्षा और अखंडता केवल सैनिकों तक सीमित नहीं, बल्कि हर नागरिक—विशेष रूप से महिलाएं—भी इस दिशा में सजग और प्रतिबद्ध हैं।
इस यात्रा के दौरान विशेष रूप से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में योगदान देने वाली भारतीय महिला अधिकारियों को याद किया गया। महिलाओं ने विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी के साहसिक नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे भारत की मातृशक्ति की सशक्त प्रतीक हैं। इन महिला सैनिकों ने जिस दृढ़ता और साहस के साथ देश के लिए ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है।
सिंदूर यात्रा में भाग लेने वाली महिलाओं ने दो टूक शब्दों में कहा कि मातृशक्ति न केवल अपने परिवार की रक्षा कर सकती है, बल्कि जब आवश्यकता पड़े तो राष्ट्र की रक्षा के लिए भी तत्पर है। उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि जो ताकतें देश की शांति और सुंदरता को नष्ट करने का प्रयास करती हैं, उन्हें मातृशक्ति का प्रतिकार झेलना पड़ेगा। उन्होंने कहा, “जो सुंदर उजाड़ते हैं, हम न केवल उनको, बल्कि उनके आकाओं को भी उजाड़ देते हैं।”


