मनीषा शर्मा। राज्यपाल कलराज मिश्र रविवार को इंदिरा नगर स्थित पुष्पांजलि परिसर में चल रहे ललिता कोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ स्थल पहुंचे। उन्होंने देश भर से आए वैदिक विद्यार्थियों और संतों की उपस्थिति में राष्ट्र की उन्नति एवं गरीब कल्याण के ध्येय से आयोजित महायज्ञ में भाग लिया। राज्यपाल ने यज्ञ की भारतीय संस्कृति को जीवन उत्कर्ष का आधार बताया और कहा कि यज्ञ जीवन का आलोक पथ है, जिससे तन, मन और जीवन ही नहीं बल्कि मानवता का भी कल्याण होता है।
इस अवसर पर, मिश्र ने श्री विद्या का विशिष्ट पूजन भी किया और उपस्थित संत महात्माओं का आशीर्वाद लिया। महायज्ञ में भाग लेकर उन्होंने भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं के महत्व को रेखांकित किया।
यज्ञ के माध्यम से राज्यपाल ने देश और समाज की उन्नति के लिए प्रार्थना की और भारतीय संस्कृति के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यज्ञ केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि समाज और राष्ट्र की समृद्धि का मार्ग भी है।