शोभना शर्मा । राजस्थान के झुंझुनूं जिले में सोमवार, 11 अगस्त 2025 को आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किसानों को कई महत्वपूर्ण घोषणाएं और भरोसे दिए। इस मौके पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) की पहली किश्त जारी की गई। कार्यक्रम में प्रदेशभर के 35 लाख से अधिक किसानों के खातों में 3,900 करोड़ रुपये से अधिक की फसल बीमा दावा राशि सीधे ट्रांसफर की गई। इसके अलावा, विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक भी वितरित किए गए।
कृषि मंत्री चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि मोदी सरकार किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाने के लिए लगातार योजनाएं बना रही है। उन्होंने किसानों को संदेश देते हुए कहा, “चिंता मत करो किसान भाइयों, खूब फसल पैदा करो, अच्छी फसल करो, और खरीदने का काम मोदी जी की और राजस्थान की सरकार मिलकर करेगी।”
सब्जी उत्पादकों के लिए राहत योजना
शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम में सब्जी उगाने वाले किसानों के लिए एक विशेष योजना की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि कई बार टमाटर, प्याज, आलू जैसी सब्जियों की कीमतें गिर जाती हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान होता है। इस समस्या को हल करने के लिए केंद्र सरकार ने एक नई योजना बनाई है।
उन्होंने समझाया कि अगर किसानों को स्थानीय मंडियों में उचित दाम नहीं मिलते और अन्य शहरों जैसे जयपुर या दिल्ली में दाम अधिक हैं, तो वे अपनी उपज वहां बेच सकते हैं। अगर इस प्रक्रिया में ट्रांसपोर्ट का खर्च बढ़ जाता है, तो उसकी चिंता किसानों को नहीं करनी होगी। चौहान ने कहा, “ट्रक का भाड़ा आप नहीं चुकाएंगे, मोदी जी की सरकार चुकाएगी।” यह सुविधा किसानों को बाजार तक आसान पहुंच और बेहतर दाम दिलाने में मदद करेगी।
नकली खाद, बीज और कीटनाशक पर सख्त कार्रवाई
कृषि मंत्री ने किसानों को नकली खाद, बीज और कीटनाशकों के खतरे से बचाने के लिए सरकार की सख्त नीति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खेती में पैदावार बढ़ाने के नाम पर बाजार में लगभग 30 हजार तरह की दवाएं बिक रही थीं, जिनका कोई वैज्ञानिक परीक्षण नहीं हुआ था। केंद्र सरकार ने इन पर रोक लगा दी है और अब यह तय किया गया है कि जब तक कोई कृषि विश्वविद्यालय या भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) इन उत्पादों को प्रमाणित नहीं कर देता, तब तक उन्हें बाजार में नहीं बेचा जा सकेगा।
चौहान ने कहा, “नकली कृषि सामान बेचने को कुछ लोगों ने धंधा बना लिया था। किसान खाद लेने जाते थे तो उन्हें जबरदस्ती दवाएं खरीदने को मजबूर किया जाता था, और कहा जाता था कि दवा नहीं लोगे तो खाद नहीं मिलेगा।” उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
उन्होंने घोषणा की कि नकली खाद, नकली बीज और नकली कीटनाशक बनाने और बेचने वालों के खिलाफ एक सख्त कानून लाया जा रहा है। दोषियों को जेल भेजा जाएगा ताकि किसान लूट से बच सकें और उन्हें गुणवत्तापूर्ण कृषि सामग्री मिल सके।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से किसानों को राहत
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जारी की गई राशि पर विशेष चर्चा हुई। चौहान ने कहा कि यह योजना किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, मौसम की मार और अन्य जोखिमों से सुरक्षा प्रदान करती है। इस बार 35 लाख से अधिक किसानों को 3,900 करोड़ रुपये की बीमा राशि का सीधे भुगतान किया गया है। यह पैसा किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर हुआ है, जिससे बिचौलियों की भूमिका खत्म हो गई है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि किसानों की मेहनत का उचित फल उन्हें सीधे और समय पर मिले। डीबीटी प्रणाली से यह सुनिश्चित हो रहा है कि किसानों तक सरकारी योजनाओं का लाभ बिना देरी और बिना भ्रष्टाचार के पहुंचे।
किसानों के लिए भरोसा और भविष्य की दिशा
कृषि मंत्री ने किसानों से कहा कि वे मुनाफे की चिंता किए बिना पूरी मेहनत से खेती करें। सरकार फसलों की खरीद, भंडारण और विपणन में किसानों की मदद करेगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि सब्जी, फल और अनाज के बाजार मूल्य में गिरावट की स्थिति में भी किसानों को निराश नहीं होना पड़ेगा, क्योंकि सरकार उनके उत्पाद के लिए उचित बाजार उपलब्ध कराएगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी किसानों के हित में राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि केंद्र और राज्य मिलकर किसानों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं।


