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हांसी में भव्य श्याम तोरण द्वार: श्रद्धा और आस्था का नया प्रतीक

हांसी में भव्य श्याम तोरण द्वार: श्रद्धा और आस्था का नया प्रतीक

शोभना शर्मा। हरियाणा के हांसी शहर में श्याम भक्तों की आस्था को समर्पित एक भव्य तोरण द्वार का निर्माण किया गया है। यह तोरण द्वार 50 लाख रुपए की लागत से बना है और इसे श्याम भक्तों की मांग पर निर्मित किया गया है। राजस्थान के प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर की तर्ज पर बना यह द्वार हांसी को धार्मिक दृष्टि से और भी महत्वपूर्ण बना देता है।

यह तोरण द्वार हिसार जिले के हांसी के जींद चौक पर स्थित श्याम मंदिर के पास बनाया गया है। 22 फीट ऊंचे इस द्वार का निर्माण राजस्थान के धौलपुर से लाए गए विशेष पत्थरों से किया गया है। एक साल की मेहनत के बाद यह द्वार पूरी तरह से तैयार हुआ और इसे सुंदर लाइटों से भी सजाया गया है, जिससे यह रात में और भी भव्य दिखता है।

श्याम भक्तों के लिए आस्था का नया केंद्र

तोरण द्वार के शीर्ष पर “श्री श्याम देवाय नमः” बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा गया है, जो भक्तों की श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है। इस द्वार का उद्घाटन गुरुवार शाम विधायक विनोद भयाना करेंगे। श्री श्याम मित्र मंडल के प्रधान जगदीश मित्तल ने बताया कि हांसी में इस प्रकार का पहला तोरण द्वार बनाया गया है, जो क्षेत्र में भक्तों के लिए एक नया आकर्षण बनेगा।

हांसी को “मिनी खाटू नगरी” के नाम से भी जाना जाता है। यहां श्याम बाबा का वार्षिक महोत्सव बड़े स्तर पर आयोजित किया जाता है और देशभर से हजारों भक्त इस पावन अवसर पर हांसी पहुंचते हैं।

श्याम बाबा का भव्य श्रृंगार: आस्था और भक्ति का प्रतीक

हांसी में स्थित श्री श्याम मंदिर के वार्षिक महोत्सव में विशेष रूप से “लक्ष्मी श्रृंगार” किया जाता है, जिसकी चर्चा देशभर में होती है। इस श्रृंगार में श्याम बाबा को नोटों की माला से सजाया जाता है, और भक्तों द्वारा चढ़ाए गए लाखों रुपए के नोटों से बाबा का भव्य श्रृंगार किया जाता है।

बीते 52वें श्याम महोत्सव में श्याम बाबा का दरबार 50 लाख रुपए के नोटों से सजाया गया था। यह एक अनोखी और भव्य परंपरा है, जिसमें 10 रुपए से लेकर 500 रुपए तक के नोटों का उपयोग किया गया। इतना ही नहीं, भक्तों की भक्ति और श्रद्धा इतनी अधिक थी कि मंदिर में नोटों की गड्डियां तक रखनी पड़ीं

इस भव्य श्रृंगार को दिल्ली से आए विशेष कारीगरों द्वारा तैयार किया गया, जिसमें लगभग 20 दिन लगे। मंदिर कमेटी का दावा है कि हरियाणा में इससे पहले श्याम बाबा का इतना भव्य लक्ष्मी श्रृंगार पहले कभी नहीं हुआ

तोरण द्वार का निर्माण: श्रद्धा और शिल्पकला का अनूठा मेल

यह तोरण द्वार न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि राजस्थानी शिल्पकला और वास्तुकला की अद्भुत मिसाल भी है। धौलपुर से लाए गए पत्थरों का उपयोग कर इसे बेहद सुंदर और आकर्षक बनाया गया है। इसके निर्माण में बारीक नक्काशी और उत्कृष्ट शिल्पकला का प्रदर्शन किया गया है, जो इसे खास बनाता है।

द्वार को खासतौर पर भक्तों की आस्था और मंदिर की भव्यता को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसके ऊपर लगाए गए आकर्षक लाइटिंग इसे रात में और भी भव्य बना देती है, जिससे यह दूर से ही भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है।

हांसी: मिनी खाटू के रूप में प्रसिद्ध

हांसी शहर में श्याम बाबा का मंदिर और उनका वार्षिक महोत्सव भक्तों के लिए बहुत खास होता है। इसे “मिनी खाटू” भी कहा जाता है, क्योंकि यहां हर साल श्याम बाबा की भव्य आराधना और विशाल आयोजन होते हैं

मंदिर के महोत्सव में हजारों की संख्या में भक्त देशभर से आते हैं और भव्य जागरण, भजन संध्या और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं। हर साल यहां बड़े स्तर पर धार्मिक आयोजन होते हैं, जिनमें भव्य साज-सज्जा, भजन संध्या और प्रसाद वितरण किया जाता है।

हांसी का नया आकर्षण: तोरण द्वार

श्याम भक्तों की श्रद्धा को और मजबूत करने के लिए निर्मित यह भव्य तोरण द्वार हांसी के धार्मिक महत्व को और बढ़ाएगा। यह न केवल शहर का एक नया आकर्षण होगा, बल्कि यह भक्तों को एक अलग आध्यात्मिक अनुभव भी प्रदान करेगा

अगर आप खाटू श्याम बाबा के भक्त हैं और हरियाणा में एक भव्य धार्मिक स्थल की तलाश में हैं, तो हांसी में बने इस भव्य तोरण द्वार और श्री श्याम मंदिर के दर्शन करना ना भूलें। यहां की भव्यता, श्रद्धा और भक्ति का अनोखा संगम आपको आध्यात्मिक शांति प्रदान करेगा।

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