शोभना शर्मा। मिडिल ईस्ट में जारी तनाव के बीच सोने और चांदी की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। हाल ही में घरेलू बाजार में सोने ने 76,600 रुपये के पास अपना लाइफटाइम हाई छू लिया था, लेकिन आज गुरुवार, 3 अक्टूबर को वायदा बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। साथ ही, सर्राफा बाजार में भी सोने के दाम में नरमी देखी गई, जबकि चांदी में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
वायदा बाजार में सोने और चांदी के ताजा दाम
गुरुवार सुबह वायदा बाजार में सोने की कीमत 131 रुपये की गिरावट के साथ 75,535 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। इसके पहले के कारोबारी सत्र में यह 75,553 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वहीं, चांदी में तेजी का रुख देखने को मिला, जहां इसका भाव 603 रुपये की उछाल के साथ 91,978 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड कर रहा था।सर्राफा बाजार में भी सोना हुआ नरम
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में पिछले कुछ दिनों से चली आ रही सोने की तेजी में मंगलवार को ब्रेक लग गया और सोने की कीमत 200 रुपये की गिरावट के साथ 78,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई। सोमवार को सोना 78,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। हालांकि, स्थानीय बाजारों में चांदी के भाव स्थिर रहे और यह 92,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर अपरिवर्तित बनी रही।इसके अलावा, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी मंगलवार को 200 रुपये की गिरावट के साथ 77,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। इससे पहले, सोमवार को यह 77,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
मिडिल ईस्ट तनाव का असर
मिडिल ईस्ट में जारी भू-राजनीतिक तनाव ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित किया है। सोना अक्सर वैश्विक अस्थिरता के समय सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जाता है, जिससे इसकी मांग में उतार-चढ़ाव आता है। इस बार भी मिडिल ईस्ट के घटनाक्रमों ने सोने की कीमतों पर असर डाला है, जिसके चलते यह 76,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के पास अपना जीवनकाल उच्चतम स्तर छू गया था। हालांकि, वर्तमान में घरेलू बाजार में इसकी कीमतें कुछ नरम दिखाई दे रही हैं।चांदी भी इसी भू-राजनीतिक तनाव से प्रभावित हो रही है, लेकिन इसके दाम में आज तेजी देखी गई। वायदा और सर्राफा बाजारों में चांदी की कीमतों में उछाल दर्ज किया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि मिडिल ईस्ट में तनाव अगर बना रहता है, तो सोने और चांदी की कीमतों में भविष्य में और भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।
आगे की संभावनाएं
बाजार के जानकारों का कहना है कि सोने और चांदी की कीमतें निकट भविष्य में वैश्विक बाजार की घटनाओं और घरेलू मांग पर निर्भर करेंगी। त्योहारी सीजन और वैश्विक अस्थिरता के कारण सोने-चांदी की मांग में इजाफा हो सकता है, जिससे दाम फिर से बढ़ सकते हैं। इस बीच, निवेशकों और खरीददारों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की ताजा स्थिति पर नजर रखें और सोने और चांदी में निवेश करते समय सावधानी बरतें।