शोभना शर्मा। शुक्रवार को सोने-चांदी के भाव में लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। घरेलू बाजार में कीमती धातुओं की कीमतों में आई इस गिरावट ने निवेशकों और उपभोक्ताओं दोनों का ध्यान खींचा है। 24 कैरेट सोने का भाव 1.22 लाख रुपये के स्तर से नीचे चला गया है, जबकि चांदी का दाम 1.50 लाख रुपये प्रति किलो से नीचे फिसल गया है। जो लोग लंबे समय से सोना या चांदी खरीदने का अवसर तलाश रहे थे, उनके लिए यह समय बेहद उपयुक्त माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट मुनाफावसूली और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी के कारण आई है।
आईबीजेए के अनुसार सोने के दामों में भारी गिरावट
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार को सोने की कीमत में भारी कमी दर्ज की गई।
24 कैरेट सोना: ₹1,21,518 प्रति 10 ग्राम
पहले का भाव: ₹1,23,354 प्रति 10 ग्राम
कुल गिरावट: ₹1,836 प्रति 10 ग्राम
वहीं, 22 कैरेट सोना 1,11,310 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जो पहले 1,12,992 रुपये था। इसके अलावा, 18 कैरेट सोना भी गिरकर 91,139 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि यह पहले 92,516 रुपये प्रति 10 ग्राम था।
चांदी के भाव में भी आई भारी गिरावट
सोने की तरह चांदी की कीमतों में भी शुक्रवार को तेज गिरावट दर्ज की गई।
पुराना भाव: ₹1,51,450 प्रति किलो
नया भाव: ₹1,47,033 प्रति किलो
गिरावट: ₹4,417 प्रति किलो
इस गिरावट के बाद चांदी की कीमतें 1.50 लाख रुपये प्रति किलो के स्तर से नीचे आ गईं। विशेषज्ञों के अनुसार, औद्योगिक मांग में कमी और वैश्विक बाजार में नरमी का सीधा असर चांदी पर पड़ा है।
एमसीएक्स पर भी दिखी कमजोरी
घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी सोने और चांदी दोनों में कमजोरी दर्ज की गई।
सोना (5 दिसंबर 2025 कॉन्ट्रैक्ट): 1.41% की गिरावट के साथ ₹1,22,356 प्रति 10 ग्राम
चांदी (5 दिसंबर 2025 कॉन्ट्रैक्ट): 1.42% की गिरावट के साथ ₹1,46,410 प्रति किलो
वायदा बाजार में गिरावट से संकेत मिलता है कि निवेशकों का रुझान फिलहाल जोखिम वाले एसेट्स की ओर बढ़ा है और सुरक्षित निवेश जैसे सोने-चांदी में फिलहाल मुनाफावसूली की जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी नरमी का दौर
वैश्विक बाजारों में भी कीमती धातुओं पर दबाव देखने को मिला। अमेरिकी बाजार कॉमैक्स (COMEX) पर सोने की कीमतें 1.33 प्रतिशत गिरकर 4,090 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गईं। वहीं, चांदी 1.58 प्रतिशत गिरकर 47.89 डॉलर प्रति औंस पर दर्ज की गई। विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी डॉलर की मजबूती और ट्रेजरी बॉन्ड्स पर बढ़ती यील्ड के चलते सोने-चांदी जैसी सेफ हेवन एसेट्स में बिकवाली देखने को मिल रही है।
गिरावट के पीछे क्या हैं प्रमुख कारण?
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक जतिन त्रिवेदी ने कहा कि इस समय सोने की कीमतों पर दबाव बना हुआ है। हाल ही में कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद निवेशकों ने मुनाफा बुक करना शुरू किया है। उन्होंने कहा, “सोने की कीमतों में इस हफ्ते करीब 3.40 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। अमेरिकी सरकार के शटडाउन की आशंका और वैश्विक व्यापार वार्ताओं को लेकर बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे निवेशकों की भावनाएं सतर्क हैं।” त्रिवेदी का अनुमान है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतें ₹1,18,000 से ₹1,25,500 प्रति 10 ग्राम की रेंज में रह सकती हैं।
खरीदारों के लिए अवसर
गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में लगातार गिरावट के कारण यह समय निवेशकों और आम उपभोक्ताओं के लिए खरीदारी का उपयुक्त मौका माना जा रहा है। शादी-ब्याह के सीजन से पहले यदि कीमतें स्थिर रहती हैं, तो मांग में एक बार फिर तेजी देखी जा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि सोने में दीर्घकालिक निवेश करने वालों के लिए मौजूदा स्तर पर खरीदारी करना लाभदायक हो सकता है, क्योंकि अगले कुछ महीनों में कीमतें फिर से उछाल पकड़ सकती हैं।


