मनीषा शर्मा। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर निशाना साधते हुए ERCP (पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना) और PKC (पार्वती-कालीसिंध चंबल) प्रोजेक्ट्स की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए। गहलोत ने कहा कि वसुंधरा राजे दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और इन प्रोजेक्ट्स का पूरा अध्ययन किया है। उन्होंने कहा, “ERCP और PKC ये सब बकवास हैं।”
गहलोत ने आगे कहा कि वसुंधरा राजे खुद कह रही हैं कि अगले 9 साल तक कुछ होने वाला नहीं है। ऐसे में, उन्होंने सवाल उठाया कि राजे जनता को बेवकूफ क्यों बना रही हैं। गहलोत ने कहा, “उन्हें मालूम है कि PKC और ERCP के नए एमओयू में दम नहीं है। अगर राजे में राजनीतिक ईमानदारी है, तो प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर स्पष्ट करें कि नई PKC में दम है या उनके समय बनी ERCP में?”
गहलोत ने यह भी कहा कि राजे केवल झालावाड़ की बात कर रही हैं, जबकि उन्हें पूरे राजस्थान के हितों की बात करनी चाहिए। उन्होंने महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती के अवसर पर जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में यह बातें कहीं।
गहलोत ने छुआछूत के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने अलवर राम मंदिर में ज्ञानदेव अहूजा के गंगाजल छिड़काव प्रकरण पर कहा कि 21वीं सदी में छुआछूत मानवता पर कलंक है। उन्होंने आरएसएस से अपील की कि वे इस मुद्दे के खिलाफ अभियान चलाएं। गहलोत ने कहा, “पूरा देश बीजेपी की विचारधारा से तंग है। हम छुआछूत को समाप्त करके रहेंगे।”
गहलोत ने RSS प्रमुख मोहन भागवत पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें आगे आकर इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए। उन्होंने सवाल किया, “अगर दलित, आदिवासी और ट्राइबल सभी हिंदू हैं, तो छुआछूत की जिम्मेदारी किसकी है?” गहलोत ने कहा कि बीजेपी सरकार है, जिसे RSS सपोर्ट करती है।
PKC और ERCP योजना का महत्व
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के दूसरे कार्यकाल में 2017 में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) का ड्राफ्ट तैयार किया गया था। यह परियोजना पार्वती, चंबल और कालीसिंध नदी को जोड़ने की रूपरेखा तैयार करती है। इस योजना से पूर्वी राजस्थान के कई जिलों को जल संकट से राहत मिलेगी।
इस योजना के अंतर्गत जयपुर, झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, अजमेर, टोंक, दौसा, करौली, अलवर, भरतपुर, धौलपुर जिलों के साथ गंगापुर सिटी, ब्यावर, केकड़ी, दूदू, कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल-तिजारा, डीग और जयपुर ग्रामीण क्षेत्र को पेयजल और सिंचाई के लिए आवश्यक पानी मिलेगा।
वसुंधरा राजे का जल संकट पर बयान
वसुंधरा राजे ने हाल ही में झालावाड़ जिले के दौरे के दौरान जल संकट की शिकायत मिलने पर जल जीवन मिशन और जलदाय विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा, “क्या जनता को प्यास नहीं लगती? सिर्फ आप अफसरों को ही लगती है।