शोभना शर्मा। राजस्थान के बाड़मेर जिले में सोमवार को कांग्रेस पार्टी ने ‘जयहिंद सभा’ का आयोजन कर भारतीय सेना के सम्मान में एक बड़ा मंच तैयार किया। इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस नेता सचिन पायलट और राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला सहित कई प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार, भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर तीखे प्रहार किए।
गहलोत का बड़ा आरोप: BJP और RSS को तिरंगे से नहीं है प्रेम
सभा को संबोधित करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि आज जो लोग तिरंगे की बात करते हैं, उनका इतिहास खुद तिरंगे के विरोध का रहा है। उन्होंने कहा, “नागपुर स्थित RSS के मुख्यालय पर 80 साल तक तिरंगा नहीं फहराया गया। इन लोगों को तिरंगे से प्रेम नहीं है। आज जो तिरंगे की दुहाई दे रहे हैं, वो कभी इसके खिलाफ थे।” गहलोत ने एक बीजेपी विधायक पर नाम लिए बिना तिरंगे के अपमान का आरोप भी लगाया और कहा कि जयपुर में एक विधायक तिरंगे से मुंह पोंछते और उसे पैरों से कुचलते नजर आए थे। उन्होंने दावा किया कि अगर भाजपा का बस चले तो वे तिरंगे की जगह RSS का झंडा राष्ट्रीय ध्वज बना दें।
सीजफायर पर भी उठाए सवाल
अशोक गहलोत ने पाकिस्तान के साथ हुए हालिया युद्धविराम को लेकर केंद्र सरकार से जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि जब हमारी सेना जीत रही थी, तब अचानक युद्ध विराम क्यों किया गया? उन्होंने यह भी कहा कि अगर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध विराम की घोषणा की तो यह भारत की संप्रभुता पर सवाल है। गहलोत ने पूछा, “क्या अमेरिका को पंचायती करने का हक है? क्या देश की जनता को इस फैसले की जानकारी नहीं दी जानी चाहिए थी?”
रणदीप सुरजेवाला बोले: सेना से पूछे बिना युद्ध विराम क्यों?
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा, “75 वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ है कि भारत के युद्धविराम की घोषणा अमेरिका ने की।” उन्होंने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी ने सेना से सलाह लिए बिना यह फैसला किया? उन्होंने कहा कि जब सेना युद्ध जीत रही थी और पाकिस्तान घुटनों पर था, तब सीजफायर का क्या औचित्य था? उन्होंने प्रधानमंत्री की चुप्पी को संदेहास्पद बताया और कहा कि इससे लगता है “दाल में कुछ काला है।”
सचिन पायलट बोले: सेना पर देश को गर्व है
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश में अगर सामूहिक आस्था किसी चीज में है, तो वह भारतीय सेना है। उन्होंने कहा कि “सेना के बलिदान को सलाम करने के लिए यह सभा है।” पायलट ने युद्धविराम के मुद्दे पर केंद्र सरकार से शर्तें सार्वजनिक करने की मांग की। उन्होंने कहा कि देश को जानने का हक है कि किन शर्तों पर युद्ध विराम किया गया। पायलट ने मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह के विवादास्पद बयान की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें इस्तीफा देना चाहिए और BJP को देश से माफी मांगनी चाहिए।
वीरांगनाओं और वीरों का किया गया सम्मान
सभा के अंत में पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत, सुरजेवाला और पायलट ने बाड़मेर की वीरांगनाओं और युद्ध में घायल हुए वीर जवानों का सम्मान किया। इन लोगों को शॉल ओढ़ाकर और प्रशस्ति पत्र देकर श्रद्धांजलि और आभार प्रकट किया गया।