मनीषा शर्मा, अजमेर। वरिष्ठ अधिवक्ता पुरुषोत्तम जाखेटिया की हत्या के विरोध में वकीलों ने शनिवार को उग्र प्रदर्शन किया। इस दौरान सिटी स्क्वॉयर, मिराज मॉल समेत कई बाजारों में जमकर तोड़फोड़ हुई। पुलिस की मौजूदगी के बावजूद वकीलों ने दुकानों में तोड़फोड़ कर दी, जिससे व्यापारियों में दहशत का माहौल बन गया।
बाजारों में जबरन बंद, सड़कों पर उतरे वकील
शनिवार को दोपहर 12 बजे के करीब बड़ी संख्या में वकील अजमेर कोर्ट के पास इकट्ठे हुए और जयपुर रोड को जाम कर दिया। रोडवेज बसों को श्रीनगर रोड होते हुए करीब 7 किलोमीटर का लंबा रास्ता तय करना पड़ा। शाम 5:30 बजे के बाद वकीलों ने रास्ता खोल दिया, जिससे आवागमन सामान्य हुआ और बाजार भी खुल गए।
बार एसोसिएशन ने सरकार को दी चेतावनी
अजमेर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक रावत ने कहा कि राजस्थान सरकार की निष्क्रियता के कारण वकीलों को सड़कों पर उतरकर विरोध करना पड़ा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो राजस्थान बंद किया जाएगा। साथ ही, हाईवे और रेलवे ट्रैक भी जाम किए जाएंगे।
खुली दुकानें देखकर भड़के वकील
अजमेर रेलवे स्टेशन के सामने कुछ दुकानें और होटल खुले थे, जिसे देखकर वकील आक्रोशित हो गए। उन्होंने डंडों से दुकानों की जाली पर हमला किया और दुकानों का सामान फेंक दिया। हालांकि, कुछ वकील अपने साथियों को शांत कराने की कोशिश भी कर रहे थे।
शराब ठेकों पर भी हंगामा, संचालक की पिटाई
प्रदर्शन के दौरान वकीलों ने अजमेर के पुष्कर रोड और सिने वर्ल्ड स्थित शराब के ठेकों पर भी हंगामा किया। वहां मौजूद लोगों और ठेका संचालक की पिटाई कर दी।
पुलिस से झड़प, सब्जी मंडी जबरन बंद कराई
वकील रामगंज चौराहे पर पहुंचे, जहां उन्होंने टेंपो रुकवाकर यात्रियों को उतरने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद ब्यावर रोड स्थित सब्जी मंडी पहुंचे, जहां दुकानें खुली देखकर गुस्सा हो गए और जबरन मंडी बंद करा दी। एक वकील के हाथ में डंडा था, जिसे लेकर पुलिसकर्मियों से छीना-झपटी हुई और झड़प हो गई।
क्या था पूरा मामला?
2 मार्च की रात करीब 1:45 बजे बूढ़ा पुष्कर रोड स्थित संस्कार गार्डन के सामने घटना घटी। शराब के ठेके के पास 8-10 युवक तेज आवाज में डीजे बजाकर नाच रहे थे। पड़ोस में रहने वाले सीनियर एडवोकेट पुरुषोत्तम जाखेटिया ने इसका विरोध किया और डीजे बंद करने के लिए कहा। इस पर नशे में धुत युवकों ने लाठियों से उन पर हमला कर दिया। उनके सिर पर गंभीर चोटें आईं और इलाज के दौरान शुक्रवार रात उनकी मौत हो गई। पुलिस ने एडवोकेट के भतीजे अंकुश की रिपोर्ट पर डीजे वाहन चालक व अन्य अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज किया। इस घटना के बाद वकीलों ने शुक्रवार को भी कोर्ट परिसर में हंगामा किया। उन्होंने कोर्ट में मौजूद लोगों और पुलिसकर्मियों को बाहर निकाल दिया और अंदर की दुकानों को भी बंद करा दिया था। वकील शव लेने से इनकार करते हुए मॉर्च्युरी के बाहर धरने पर बैठ गए थे।
राजस्थान में बढ़ता असंतोष, लगातार दूसरे बार बंद
अजमेर में एक हफ्ते के भीतर यह दूसरी बार बंद रखा गया। इससे पहले बिजयनगर गैंगरेप-ब्लैकमेल कांड के विरोध में 1 मार्च को अजमेर शहर बंद किया गया था। शनिवार के बंद के दौरान मेडिकल स्टोर, स्कूल और पेट्रोल पंप को छोड़कर सभी प्रतिष्ठान बंद रहे।