शोभना शर्मा। राजस्थान में भजनलाल सरकार बिजली सुधारों की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए घर-घर स्मार्ट मीटर लगाने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम शुरू कर चुकी है। इस योजना के तहत राज्य के लगभग डेढ़ करोड़ बिजली उपभोक्ताओं को मुफ्त में स्मार्ट मीटर उपलब्ध कराए जाएंगे। खास बात यह है कि यह मीटर पूरी तरह प्रीपेड होंगे और जो उपभोक्ता यह विकल्प चुनेंगे, उन्हें प्रति यूनिट 15 पैसे की छूट मिलेगी।
उपभोक्ताओं को मिलेगा स्मार्ट मीटर का फायदा
स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को न केवल बिजली के बेहतर उपयोग की सुविधा देंगे, बल्कि ‘बिजली मित्र एप’ के माध्यम से उपभोक्ता रियल टाइम में यह देख पाएंगे कि वे कितनी बिजली खर्च कर रहे हैं। इससे अनावश्यक बिजली खपत पर लगाम लगाई जा सकेगी और उपभोक्ता अपनी जरूरत के अनुसार बिजली का प्रबंधन भी कर सकेंगे। सरकार का दावा है कि इस योजना से बिलिंग प्रक्रिया भी पारदर्शी और डिजिटल होगी। बिल में गलतियों की शिकायतें कम होंगी और बिजली न होने जैसी समस्याओं का समाधान भी तेज़ी से किया जा सकेगा।
मुफ्त में लगेगा स्मार्ट मीटर, कोई शुल्क नहीं
इस योजना के तहत घरेलू, कृषि और व्यावसायिक—तीनों ही श्रेणियों के उपभोक्ताओं को मुफ्त में स्मार्ट मीटर प्रदान किए जाएंगे। सरकार ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि कोई भी कर्मचारी स्मार्ट मीटर लगाने के बदले राशि की मांग करता है, तो उपभोक्ता इसकी शिकायत 1912 या 1800-1806-507 पर कर सकते हैं। ऐसी शिकायत मिलने पर संबंधित कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
प्रीपेड विकल्प चुनने पर मिलेगा डिस्काउंट
इस योजना की सबसे अहम बात यह है कि उपभोक्ता यदि स्मार्ट मीटर को प्रीपेड मोड में उपयोग करते हैं, तो उन्हें 15 पैसे प्रति यूनिट तक की बचत होगी। यानी पहले से भुगतान करने पर बिजली सस्ती मिलेगी। यह प्रावधान खासकर उन लोगों के लिए लाभदायक होगा जो अपने बिजली खर्च पर नियंत्रण चाहते हैं और समय पर बिल भुगतान नहीं कर पाते।
बिजली मित्र एप से होगा स्मार्ट कनेक्शन
सभी स्मार्ट मीटर ‘बिजली मित्र एप’ से जोड़े जाएंगे। यह एप उपभोक्ताओं को रियल टाइम डेटा उपलब्ध कराएगा जिससे वे बिजली की खपत का हिसाब रख सकेंगे। इसके अलावा एप के ज़रिए शिकायत दर्ज कराना भी आसान होगा।