मनीषा शर्मा। जयपुर में एक प्रॉपर्टी कारोबारी को केंद्र में राज्यमंत्री बनाने का झांसा देकर 5 करोड़ रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी राजकुमार बागड़ा ने भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के सामने आमेर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ा था। पीड़ित सीताराम शर्मा ने बताया कि राजकुमार ने दिल्ली के टेक्सटाइल व्यापारी नवीन गोयल से मिलवाया और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के साथ फोटो खिंचवाकर झांसे में लिया।
राजकुमार ने सीताराम से कहा कि वह उन्हें वेयरहाउस बोर्ड का चेयरमैन बना सकता है, जो राज्यमंत्री के दर्जे का पद है, और इसके लिए 7 करोड़ रुपए मांगे। सीताराम ने 2.2 करोड़ रुपए कैश और बैंक ट्रांसफर के जरिए दिए। इसके बाद राजकुमार ने फर्जी लेटरहेड भेजे और मीडिया में प्रकाशित होने पर फर्जीवाड़ा उजागर हुआ।
सीताराम ने ठगी की शिकायत मानसरोवर थाने में दर्ज कराई, लेकिन आरोपी के प्रभाव के चलते एफआर लग गई। कोर्ट के आदेश पर 2023 में केस रीओपन हुआ। पुलिस ने दिल्ली के व्यापारी नवीन गोयल को गिरफ्तार कर तीन दिन के रिमांड पर लिया, जबकि मुख्य आरोपी राजकुमार बागड़ा और उसका भतीजा मनोज बागड़ा अब भी फरार हैं। सीताराम ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपी को थाने में एसी की सुविधा दे रही है।
इस मामले में 8 साल बाद भी मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। कोर्ट के हस्तक्षेप से ही जांच आगे बढ़ी और पहली गिरफ्तारी हुई। पुलिस अब भी मुख्य आरोपियों की तलाश कर रही है।