फॉय सागर झील अजमेर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों मे से एक है। यह झील भी आनासागर की तरह ही एक कृत्रिम झील है ।
ब्रिटिश काल की देन है फॉयसगर झील
फॉयसगर झील का निर्माण वर्ष 1892 में अंग्रेजों द्वारा अकाल राहत परियोजना के रूप में किया गया था। झील का नाम इंजीनियर श्री फोय के नाम पर रखा गया , जिनकी देखरेख में अकाल के दौरान शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों में पानी की कमी से निपटने के लिए इसका निर्माण किया गया था। झील एक समतल जलग्रहण क्षेत्र है जो एक पैन के आकार के जलाशय जैसा दिखता है। इस झील की मूल क्षमता 15 मिलियन क्यूबिक फीट है, और पानी 14,000,000 वर्ग फीट (1,300,000 मी2) में फैला हुआ है।
पर्यटकों ओर प्रवासी पक्षियों का गंतव्य
फॉयसगर झील सर्दियों मे विभिन्न प्रवासी पक्षियों का गंतव्य बन जाती है। इसके अलावा स्थानीय लोग भी यह पिकनिक मनाने ओर प्रकरतिक दृश्यों का लुफ़त उठाने के लिए आते है । यह झील आरवली की पहाड़ियों के नजदीक होने के कारण यहाँ प्रतिदिन सूर्यास्त का दृश्य काफी मनमोहक होता है, यही वजह है की यह झील फोटोग्राफी का शौक रखने वाले लोगों की भी पहली पसंद है ।
फॉय सागर झील के खुलने और बंद होने का समय
सोमवार | प्रातः 08:00 बजे से सायं 06:30 बजे तक |
मंगलवार | प्रातः 08:00 बजे से सायं 06:30 बजे तक |
बुधवार | प्रातः 08:00 बजे से सायं 06:30 बजे तक |
गुरुवार | प्रातः 08:00 बजे से सायं 06:30 बजे तक |
शुक्रवार | प्रातः 08:00 बजे से सायं 06:30 बजे तक |
शनिवार | प्रातः 08:00 बजे से सायं 06:30 बजे तक |
रविवार | प्रातः 08:00 बजे से सायं 06:30 बजे तक |