शोभना शर्मा। राजस्थान के सीकर जिले में वर्षों से अधूरा पड़ा पुलिस लाइन फाटक ओवरब्रिज अब आखिरकार फिर से बनना शुरू होने जा रहा है। करीब छह साल के इंतजार के बाद इस फोरलेन ओवरब्रिज का कार्य बुधवार सुबह सवा दस बजे से पुनः आरंभ किया जाएगा।
यह ओवरब्रिज सीकर शहर के सबसे व्यस्त और जामग्रस्त इलाकों में से एक सीकर-झुंझुनूं-लोहारू रोड पर बनेगा। निर्माण पूरा होने के बाद इस क्षेत्र में लंबे समय से जारी ट्रैफिक समस्या से लोगों को राहत मिलेगी।
36.09 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा फोरलेन पुल
जानकारी के अनुसार, इस ओवरब्रिज के निर्माण के लिए 36 करोड़ 09 लाख 87 हजार 632 रुपए की लागत स्वीकृत की गई है। परियोजना का ठेका एक अनुभवी कॉन्ट्रेक्टर को दिया गया है, जिसे निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई है।
विधायक राजेंद्र भाम्बू ने बताया कि ओवरब्रिज बनने के बाद पुलिस लाइन फाटक को स्थायी रूप से बंद किया जाएगा। इससे रोजाना फाटक बंद होने के कारण लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा।
यह पुल फोरलेन (Four-Lane) होगा, यानी एक साथ चार वाहनों का आवागमन संभव होगा। इससे न केवल शहर का यातायात सुचारू होगा बल्कि सीकर-झुंझुनूं-लोहारू मार्ग पर यात्रा में लगने वाला समय भी काफी कम होगा।
2019 में हुआ था शिलान्यास, 2020 तक पूरा होना था काम
इस ओवरब्रिज की नींव 15 मार्च 2019 को रखी गई थी। उस समय राजस्थान में कांग्रेस की सरकार और केंद्र में भाजपा गठबंधन की सरकार थी। प्रारंभिक योजना के अनुसार, इस 850 मीटर लंबे पुल का निर्माण 14 सितंबर 2020 तक पूरा होना था।
लेकिन बजट स्वीकृति, प्रशासनिक अनुमोदन और तकनीकी अड़चनों के कारण काम बीच में ही रुक गया। ठेकेदार ने भी वित्तीय असहमति और मंजूरी में देरी का हवाला देकर काम बंद कर दिया था।
नतीजतन, यह पुल अधूरा रह गया और रोजाना हजारों वाहन चालकों को फाटक बंद होने पर लंबे जाम का सामना करना पड़ा।
लगातार अभियान के बाद जागा प्रशासन
स्थानीय नागरिकों और मीडिया संस्थानों की लगातार पहल के बाद अब प्रशासन ने इस परियोजना को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है।
राजस्थान पत्रिका द्वारा चलाए गए अभियानों — “ओवरब्रिज बनाओ सरकार” और “एक पुल बहुत दूर” — ने इस अधूरे काम की ओर सरकार और जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षित किया।
अब प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद पुलिस लाइन फाटक ओवरब्रिज का कार्य पुनः प्रारंभ किया जा रहा है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, परियोजना का कार्य अगले वर्ष तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
ओवरब्रिज से ट्रैफिक जाम और हादसों में मिलेगी राहत
यह क्षेत्र सीकर शहर का प्रमुख यातायात मार्ग है, जहां से हर दिन हजारों वाहन गुजरते हैं। ट्रेन के गुजरते ही पुलिस लाइन फाटक बंद हो जाता है, जिससे दोनों ओर लंबी कतारें लग जाती हैं। कई बार एम्बुलेंस और स्कूल बसों को भी फाटक के खुलने तक इंतजार करना पड़ता है।
ओवरब्रिज बनने के बाद यह समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। ट्रैफिक जाम के कारण होने वाली देरी, प्रदूषण और दुर्घटनाओं की संभावना में भी कमी आएगी।
निर्माण कार्य में अपनाई जाएगी नई तकनीक
लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों के अनुसार, इस बार निर्माण कार्य को नवीन इंजीनियरिंग तकनीक और उन्नत निर्माण सामग्री के साथ पूरा किया जाएगा। इससे पुल की मजबूती, टिकाऊपन और सुरक्षा सुनिश्चित होगी।


