शोभना शर्मा। बांसवाड़ा जिले में आयोजित एक विशाल सभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्य को बड़ी सौगात दी। इस मौके पर पीएम मोदी ने जयपुर, टोंक और देवली को जोड़ने वाली महत्वाकांक्षी परियोजनाओं का वर्चुअल शिलान्यास किया। इनमें सबसे अहम बीसलपुर बांध के पास बनास नदी पर बनने वाला हाई लेवल ब्रिज है, जिसकी लागत लगभग 144.20 करोड़ रुपये है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने बीसलपुर-टोंक-उनियारा पेयजल परियोजना के तहत इंटेक पम्प हाउस का भी शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं के पूरे होने से न केवल पेयजल आपूर्ति में मजबूती आएगी, बल्कि प्रदेश में संपर्क मार्ग और पर्यटन को भी नया आयाम मिलेगा।
आधा दर्जन से अधिक उपखंड क्षेत्रों को जोड़ेगा ब्रिज
बीसलपुर बांध के निकट बनास नदी पर प्रस्तावित हाई लेवल ब्रिज से क्षेत्र की कनेक्टिविटी में ऐतिहासिक सुधार होगा। पुल बनने के बाद जयपुर से कोटा की दूरी कम होगी। इसके अलावा जयपुर से डिग्गी, मालपुरा, टोडारायसिंह, बीसलपुर बांध, देवली, कोटा, बूंदी और हिंडोली जैसे महत्वपूर्ण कस्बों और शहरों का आपसी संपर्क मजबूत होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस पुल से न केवल स्थानीय लोगों को यातायात में राहत मिलेगी, बल्कि आधा दर्जन से अधिक उपखंड क्षेत्रों में आपसी व्यापार और आवागमन भी बढ़ेगा। भीलवाड़ा तक पहुंचने में आने वाली परेशानियां भी इस ब्रिज के बाद कम हो जाएंगी।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
बीसलपुर बांध पहले से ही प्रदेश के पर्यटन मानचित्र में एक अहम स्थान रखता है। बांध की प्राकृतिक सुंदरता और विशाल जलाशय यहां पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। हाई लेवल ब्रिज बनने के बाद इस इलाके तक पहुंच आसान होगी, जिससे पर्यटन को सीधा लाभ मिलेगा। जयपुर और कोटा जैसे बड़े शहरों से आने वाले पर्यटकों के लिए यह नया पुल एक सुविधाजनक विकल्प साबित होगा।
लाइव प्रसारण से जुड़े लोग
बांसवाड़ा में आयोजित इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया गया। इसके लिए सभा स्थल पर बड़ी LED स्क्रीन लगाई गई, जहां हजारों लोग मौजूद रहे। ग्रामीणों ने भी उत्साह के साथ कार्यक्रम देखा और बीसलपुर बांध क्षेत्र में होने वाले इस विकास कार्य पर खुशी जाहिर की।
अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी
इस मौके पर कई वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। बांध परियोजना के अतिरिक्त मुख्य अभियंता देवी बेनीवाल, देवली की उपखंड अधिकारी रूबी अंसार, अधीक्षण अभियंता प्रहलाद राय खोईवाल, अधिशासी अभियंता मनीष बंसल, सहायक अभियंता दिनेश बैरवा, राजमहल सरपंच किशन गोपाल सोयल सहित बांध परियोजना का संपूर्ण स्टाफ व बड़ी संख्या में ग्रामीण कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
विकास की ओर बड़ा कदम
विशेषज्ञों का कहना है कि बीसलपुर बांध पर बनने वाला यह हाई लेवल ब्रिज राजस्थान में कनेक्टिविटी की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा। यह न केवल लोकल ट्रांसपोर्ट को सुगम बनाएगा, बल्कि जयपुर से कोटा और बूंदी जैसे बड़े जिलों के बीच यातायात समय भी कम करेगा। इसी के साथ बीसलपुर-टोंक-उनियारा पेयजल परियोजना के इंटेक पम्प हाउस से लाखों लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध होगा। यह परियोजना लंबे समय से अटकी हुई थी, लेकिन अब इसके शिलान्यास के साथ ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पानी की समस्या काफी हद तक दूर होने की उम्मीद है।