शोभना शर्मा। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. गिरिजा व्यास का गुरुवार शाम निधन हो गया। वे पिछले एक महीने से अहमदाबाद के जायडस अस्पताल में भर्ती थीं, जहां उन्होंने शाम 7:15 बजे अंतिम सांस ली। डॉ. व्यास गणगौर पूजा के दौरान गंभीर रूप से झुलस गई थीं, जिसके बाद से उनकी हालत लगातार नाजुक बनी हुई थी।
31 मार्च को हुआ था हादसा
31 मार्च को उदयपुर स्थित उनके देत्यमगरी आवास पर गणगौर पूजन करते समय दीपक से उनकी चुन्नी में आग लग गई थी। देखते ही देखते आग ने उन्हें घेर लिया और वे करीब 90 प्रतिशत तक झुलस गईं। घर में मौजूद एक नौकर ने तुरंत सहायता की और उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। वहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए अहमदाबाद रेफर किया गया, लेकिन उनकी हालत में लगातार गिरावट आती रही।
राजनीतिक और सामाजिक जीवन में उल्लेखनीय योगदान
डॉ. गिरिजा व्यास ने लंबे समय तक राजनीति, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाई। वे नाथद्वारा (जिला राजसमंद) में एक स्वतंत्रता सेनानी पिता और शिक्षिका मां के घर जन्मीं थीं। उन्होंने उदयपुर की मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय से स्नातक, परास्नातक और दिल्ली विश्वविद्यालय से पीएचडी की। वे दर्शनशास्त्र विषय में सुखाड़िया विश्वविद्यालय में प्रोफेसर भी रही थीं।
राजनीति में वे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की करीबी मानी जाती थीं। उन्होंने कई बार संसद का प्रतिनिधित्व किया और केंद्र सरकार में मंत्री पद संभाला। वे राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष भी रहीं। साथ ही राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।
2018 में लड़ा था आखिरी विधानसभा चुनाव
डॉ. व्यास ने 2018 का विधानसभा चुनाव उदयपुर शहर सीट से लड़ा था, जिसमें उन्हें भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, वे कांग्रेस में एक आदर्श और प्रेरणास्रोत के रूप में जानी जाती थीं।
कांग्रेस नेताओं में शोक की लहर
उनके निधन की खबर फैलते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं में गहरा शोक फैल गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा,
“डॉ. गिरिजा व्यास का जाना हम सभी के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने शिक्षा, राजनीति और समाज सेवा में अमूल्य योगदान दिया। उनका इस तरह असमय जाना गहरा आघात है।”राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा,
“गिरिजा जी का निधन कांग्रेस परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।”पूर्व मंत्री टीका राम जूली ने लिखा,
“डॉ. गिरिजा व्यास एक संवेदनशील और कर्मठ नेता थीं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति और परिवार को संबल प्रदान करें।”सचिन पायलट ने भावुक श्रद्धांजलि दी
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने डॉ. व्यास के साथ अपने व्यक्तिगत जुड़ाव को याद करते हुए कहा,
“गिरिजा जी के निधन से स्तब्ध हूं। यह मेरे और मेरे परिवार के लिए व्यक्तिगत क्षति है। कांग्रेस में मेरी औपचारिक सदस्यता उनके ही हस्ताक्षर से हुई थी। वे हमेशा मुझे प्रोत्साहन देती रहीं। आज हमने कांग्रेस का एक सच्चा सिपाही खो दिया।”
अंतिम दर्शन और अंतिम संस्कार
कांग्रेस प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा के अनुसार, डॉ. गिरिजा व्यास का पार्थिव शरीर गुरुवार देर रात अहमदाबाद से उदयपुर लाया जाएगा। शुक्रवार सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक उनका शव देत्यमगरी स्थित आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद शाम 4 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।