शोभना शर्मा। राजस्थान में पहली बार राज्य सरकार वरिष्ठ नागरिकों को एसी ट्रेन से धार्मिक यात्रा पर भेज रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इस विशेष पहल के अंतर्गत 6 जिलों के 776 यात्रियों को रामेश्वरम तीर्थ यात्रा के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह यात्रा गुरुवार सुबह 11:30 बजे जयपुर के दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से शुरू होगी।
राजस्थान सरकार ने 2024-25 के बजट में यह घोषणा की थी कि देवस्थान विभाग अब वरिष्ठ नागरिकों को एसी ट्रेनों से तीर्थ स्थलों की यात्रा करवाएगा। इस घोषणा को अब जमीन पर उतारा जा रहा है और इसकी शुरुआत पवित्र रामेश्वरम यात्रा से की जा रही है।
छह जिलों से तीर्थ यात्री, भरतपुर के यात्री सवाईमाधोपुर से होंगे बोर्ड
इस यात्रा में जयपुर और दौसा जिलों से 450 यात्री, सीकर, अलवर और झुंझुनूं से 150 यात्री तथा भरतपुर जिले से 176 यात्री शामिल हैं। भरतपुर जिले के यात्रियों की ट्रेन बोर्डिंग सवाईमाधोपुर रेलवे स्टेशन से होगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत भी मौजूद रहेंगे। यात्रियों को यात्रा से पहले सभी आवश्यक सुविधाएं और दिशा-निर्देश उपलब्ध करवाए जा चुके हैं।
थीम बेस्ड ट्रेन में दिखेगी राजस्थानी संस्कृति की झलक
इस तीर्थ यात्रा को विशेष बनाने के लिए ट्रेन को पूरी तरह से राजस्थानी संस्कृति से सजाया गया है। ट्रेन के 11 डिब्बों को विभिन्न विषयों पर आधारित किया गया है, जिसमें प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया गया है।
हर कोच की थीम अलग है—इनमें राजस्थान के प्रसिद्ध मंदिर, दुर्ग, अभ्यारण्य, लोक नृत्य, तीज-त्यौहार और अन्य पर्यटन स्थलों की छवियां प्रदर्शित की गई हैं। यह पहली बार है जब तीर्थ यात्रा ट्रेन को इतने भव्य सांस्कृतिक रूप में प्रस्तुत किया गया है।
2025-26 में 50 हजार वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा का लक्ष्य
देवस्थान विभाग का लक्ष्य है कि वर्ष 2025-26 में कुल 50 हजार वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा पर भेजा जाएगा। इसमें से 6 हजार को हवाई मार्ग से और 44 हजार को ट्रेन द्वारा विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा करवाई जाएगी।
इसके लिए जल्द ही एक ऑनलाइन पोर्टल भी शुरू किया जाएगा, जिससे वरिष्ठ नागरिक अपने स्तर पर आवेदन कर सकें। इस बार की यात्राओं में रामेश्वरम के अलावा त्र्यंबकेश्वर, दश्मेश्वर और आगरा जैसे पवित्र स्थलों को भी शामिल किया गया है।