शोभना शर्मा। राजस्थान में दिसंबर की शुरुआत के साथ ही सर्दी ने अपना तीखा असर दिखाना शुरू कर दिया है। बुधवार सुबह से लेकर दोपहर तक कई जिलों में घना कोहरा छाया रहा, जिसके कारण सामान्य जीवन की रफ्तार थम सी गई। खासतौर पर जयपुर और बीकानेर संभागों में ठंडी हवाओं के साथ बढ़ी ठिठुरन ने लोगों को घरों में कैद रहने पर मजबूर कर दिया। धुंध और कम विजिबिलिटी के चलते सड़क यातायात पर भी गहरा असर दिखाई दिया और वाहनों की रफ्तार काफी धीमी पड़ गई।
शेखावाटी के जिलों – सीकर, चूरू और झुंझुनू में कोहरे की सबसे तीव्र मार देखी गई, जहां सुबह के समय विजिबिलिटी बेहद कम हो गई। खेतों में कोहरे की मोटी परत के कारण पाले जैसे हालात दिखाई दिए और किसानों ने फसलों पर जमी नमी व ठंडी परत को लेकर चिंता जताई। इसी बीच, मौसम विभाग ने पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में तापमान में और गिरावट की आशंका जताते हुए शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। अलर्ट में भरतपुर, अलवर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, जयपुर, दौसा, टोंक, भीलवाड़ा, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, सीकर और झुंझुनू शामिल हैं।
तापमान में गिरावट का ट्रेंड लगातार जारी है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक राज्य के कई हिस्सों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। राज्य का अधिकतम तापमान बाड़मेर में 30.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जबकि न्यूनतम तापमान सीकर के फतेहपुर में 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आधिकारिक अवलोकन में राज्य में आर्द्रता का स्तर 25 से 65 प्रतिशत के बीच दर्ज किया गया, जो कड़ाके की ठंड बढ़ाने का प्रमुख कारण रहा।
अन्य प्रमुख इलाकों में भी तापमान में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई। चूरू में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री, नागौर 5.5 डिग्री, पिलानी (झुंझुनू) 5.7 डिग्री, सीकर 6 डिग्री, श्रीगंगानगर 7.1 डिग्री, झुंझुनू 8.1 डिग्री, अलवर 8.2 डिग्री, दौसा 8.8 डिग्री, जैसलमेर 9.5 डिग्री, करौली 10 डिग्री और अंता (बारां) 15 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग ने जानकारी दी कि 4 और 5 दिसंबर को ठंडी हवाओं की तीव्रता और बढ़ सकती है तथा कई इलाकों में कोल्डवेव की स्थिति बने रहने की संभावना है। जयपुर और बीकानेर संभागों में शीतलहर का असर अधिक रहेगा। विभाग के अनुसार रात का तापमान लगातार गिरने के कारण 4 दिसंबर तक शेखावाटी में न्यूनतम तापमान 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। वहीं 8 दिसंबर के बाद तापमान जमाव बिंदु के करीब पहुंचने की आशंका व्यक्त की गई है, ऐसे में पाला पड़ने की संभावना भी बढ़ सकती है।


