मनीषा शर्मा। राजस्थान में उपचुनाव के लिए 7 विधानसभा क्षेत्रों में घर से मतदान (होम वोटिंग) की प्रक्रिया के पहले चरण में 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ जन और दिव्यांग वर्ग के कुल 3,085 पात्र मतदाताओं ने मतदान किया है। सोमवार से शुक्रवार तक चले पहले चरण में लक्षित कुल मतदाताओं में से 71 मतदाता निर्धारित समय पर घर पर नहीं मिलने के कारण वोट नहीं डाल सके हैं। इस बीच होम वोटिंग के लिए आवेदन के बाद से 37 अन्य मतदाताओं की मृत्यु हो गई है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि होम वोटिंग के लिए पहले चरण में मतदान नहीं कर सकने वाले मतदाताओं के लिए मतदान दल दूसरे चरण में 9-10 नवम्बर को उनके घरों पर निर्धारित समय पर वोटिंग के लिए आएंगे। सभी विधानसभा क्षेत्रों में 85 वर्ष से अधिक आयु के और 40% से अधिक दिव्यागता वाले कुल 3,193 मतदाताओं को होम वोटिंग के लिए निर्धारित प्रारूप 12डी में आवेदन किया था।
महाजन के अनुसार होम वोटिंग के लिए अब तक सर्वाधिक मतदान सलूम्बर विधानसभा क्षेत्र में हुआ है, जहां कुल 661 पात्र मतदाताओं ने मताधिकार का उपयोग किया है। इसी प्रकार झुंझुनू में 568, देवली-उनियारा में 564, खींवसर में 399, दौसा में 370, चौरासी में 308 और रामगढ़ में 215 मतदाताओं ने घर से मतपत्र के जरिए अपने वोट डाले हैं।
अब दूसरे चरण में सलूम्बर विधानसभा क्षेत्र में शेष रहे 15, झुंझुनू में 10, देवली-उनियारा में 24, खींवसर में 4, दौसा में 7, चौरासी में 4 और रामगढ़ में 7 मतदाताओं से होम वोटिंग कराई जाएगी। इस क्रम में क्रमश: सलूम्बर में 7, झुंझुनू में 7, देवली-उनियारा में 8, खींवसर में 4, दौसा में 4 और चौरासी विधानसभा क्षेत्र में 7 मतदाताओं की होम वोटिंग के लिए आवेदन के बाद से मृत्यु हो गई है।