शोभना शर्मा, अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने प्रतियोगी परीक्षाओं में बार-बार अनुपस्थित रहने वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। अब अगर कोई अभ्यर्थी एक वित्तीय वर्ष में दो बार परीक्षाओं में शामिल नहीं होता है, तो उसका वन टाइम रजिस्ट्रेशन (OTR) ब्लॉक कर दिया जाएगा। यह निर्णय राज्य सरकार के कार्मिक विभाग द्वारा 9 मई 2025 को जारी पत्र के तहत लिया गया है। इस निर्णय से आयोग की परीक्षा व्यवस्था को व्यवस्थित और पारदर्शी बनाए रखने की दिशा में अहम पहल मानी जा रही है।
आयोग के सचिव ने बताया कि OTR सिस्टम के तहत अभ्यर्थी एक बार पंजीकरण शुल्क जमा करके आगे की सभी परीक्षाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं। लेकिन देखा गया है कि कई अभ्यर्थी बिना तैयारी या गंभीरता के आवेदन कर देते हैं और परीक्षा में भाग नहीं लेते। इससे न केवल अनावश्यक आवेदनों का बोझ बढ़ता है, बल्कि परीक्षा आयोजन में लगने वाला खर्च और संसाधन भी बर्बाद होते हैं। इस स्थिति को सुधारने के लिए आयोग ने अब सख्त निर्णय लिया है।
नए नियम के मुताबिक, यदि कोई अभ्यर्थी एक वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल से 31 मार्च) में दो भर्ती परीक्षाओं में उपस्थित नहीं होता है, तो उसका OTR ब्लॉक कर दिया जाएगा। इस रजिस्ट्रेशन को पुनः सक्रिय करने के लिए 750 रुपये शुल्क देना होगा। यदि ब्लॉक के बाद फिर दो बार अनुपस्थित रहता है, तो OTR दोबारा ब्लॉक किया जाएगा और इस बार उसे 1500 रुपये चुकाने होंगे।
इस निर्णय से यह संदेश स्पष्ट है कि आयोग अब केवल उन्हीं अभ्यर्थियों को परीक्षा प्रक्रिया में देखना चाहता है जो गंभीर हैं और वाकई तैयारी कर रहे हैं। यह न सिर्फ परीक्षा में प्रतिस्पर्धा को बेहतर बनाएगा, बल्कि प्रशासनिक खर्चों को भी नियंत्रित करेगा।
आयोग ने यह भी विकल्प दिया है कि यदि कोई अभ्यर्थी किसी कारणवश परीक्षा में शामिल नहीं हो पाता है, तो वह निर्धारित समय पर यानी परीक्षा से एक माह पहले आयोग को इसकी सूचना दे सकता है। ऐसा करने पर उसे जुर्माने से राहत मिलेगी।
राजस्थान लोक सेवा आयोग ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे वही आवेदन करें जिनमें वे वास्तव में भाग लेने के इच्छुक हों। इससे न केवल उनका समय और धन बचेगा, बल्कि आयोग की परीक्षा व्यवस्था भी अधिक प्रभावी और पारदर्शी रहेगी।