मनीषा शर्मा। भारत सरकार ने देशभर के टोल प्लाजा पर यात्रा को और ज्यादा सुविधाजनक बनाने के लिए FASTag Annual Pass प्रोग्राम लॉन्च कर दिया है। 15 अगस्त 2025 से इसकी आधिकारिक शुरुआत हुई और देखते ही देखते लाखों यूजर्स ने इसे अपनाना भी शुरू कर दिया। इस नई योजना ने टोल भुगतान प्रणाली में एक बड़ा बदलाव लाते हुए ड्राइवर्स को झंझट-मुक्त सफर का भरोसा दिया है।
FASTag Annual Pass की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें केवल 3000 रुपये का एकमुश्त भुगतान करना होगा। इसके बाद यूजर्स को पूरे एक साल या 200 ट्रिप्स (इनमें से जो पहले पूरा हो जाए) तक अलग से कोई टोल शुल्क नहीं देना पड़ेगा। यानी चाहे टोल प्लाजा छोटा हो या बड़ा, महंगा हो या सस्ता, अतिरिक्त पैसे नहीं कटेंगे। हर बार सिर्फ एक ट्रिप घटेगी और यूजर बिना किसी देरी के आगे बढ़ सकेगा।
पास की वैधता और शर्तें
यह पास दो आधार पर काम करता है—एक साल की वैलिडिटी और 200 ट्रिप्स। मान लीजिए कि किसी व्यक्ति ने अगस्त 2025 में FASTag Annual Pass लिया है तो यह अगस्त 2026 तक चलेगा। लेकिन अगर उस दौरान 200 ट्रिप्स पहले ही पूरी हो जाती हैं, तो पास की सुविधा वहीं समाप्त हो जाएगी। इसके बाद नया पास दोबारा बनवाना होगा। वहीं, अगर कोई ड्राइवर पूरे साल में 200 ट्रिप्स पूरी नहीं कर पाता, तो बची हुई ट्रिप्स स्वतः ही कैंसिल हो जाएंगी और पास को अगले साल के लिए एक्सटेंड नहीं किया जाएगा।
दोबारा पास बनवाने का विकल्प
कई लोगों के मन में यह सवाल आया कि अगर 200 ट्रिप्स एक साल पूरा होने से पहले ही खत्म हो जाएं तो क्या किया जाएगा। सरकार ने इस पर स्पष्ट कर दिया है कि यूजर उसी गाड़ी के लिए दोबारा पास जनरेट करा सकता है। इसके लिए फिर से 3000 रुपये का भुगतान करना होगा। यानी चाहे कोई व्यक्ति 2 महीने में ही 200 ट्रिप्स पूरी कर ले, तब भी वह दोबारा पास लेकर सफर जारी रख सकता है।
कैसे बनवाएं FASTag Annual Pass
FASTag Annual Pass लेना बेहद आसान है। इसके लिए यूजर्स को न तो किसी एजेंट के पास जाने की जरूरत है और न ही किसी जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इस पास को ‘राजमार्गयात्रा’ (Rajmargyatra) मोबाइल ऐप या भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की आधिकारिक वेबसाइट से खरीदा जा सकता है। एक बार जब यूजर 3000 रुपये का भुगतान करता है, तो दो घंटे के भीतर पास एक्टिवेट हो जाता है और तुरंत इस्तेमाल के लिए तैयार हो जाता है।
किन वाहनों पर लागू होगा पास
सरकार ने इस योजना को सभी गैर-व्यावसायिक वाहनों के लिए लागू किया है। यानी कार, एसयूवी और निजी गाड़ियां इसका लाभ उठा सकती हैं। व्यावसायिक या हेवी वाहनों के लिए फिलहाल इस तरह का पास लागू नहीं किया गया है। इससे साफ है कि यह सुविधा खास तौर पर पर्सनल यूजर्स को ध्यान में रखकर बनाई गई है, ताकि उन्हें रोजाना की यात्रा में राहत मिल सके।
यूजर्स का रिस्पॉन्स
लॉन्चिंग के पहले ही हफ्ते में FASTag Annual Pass को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। लाखों गाड़ियों के मालिक इस योजना को अपना चुके हैं। खासतौर पर वे लोग जो रोजाना ऑफिस-घर या शहर से बाहर टोल रोड्स पर सफर करते हैं, उनके लिए यह योजना बेहद किफायती साबित हो रही है। एक सामान्य यूजर जो रोजाना टोल का भुगतान करता है, उसके लिए यह पास न सिर्फ पैसों की बचत करेगा बल्कि समय की भी बचत करेगा।
क्यों खास है यह योजना?
FASTag Annual Pass का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यूजर्स को बार-बार टोल पर भुगतान की चिंता नहीं करनी होगी। चाहे आप हाईवे पर लंबी यात्रा कर रहे हों या रोजाना का छोटा सफर कर रहे हों, बस गाड़ी को टोल प्लाजा से क्रॉस करना है और ट्रिप अपने आप घट जाएगी। इससे डिजिटल इंडिया मिशन को भी मजबूती मिलेगी और कैशलेस ट्रांजैक्शन की ओर एक और बड़ा कदम बढ़ेगा।
भविष्य की संभावना
ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह योजना भारतीय राजमार्ग प्रणाली में एक बड़ा बदलाव लाने वाली है। भविष्य में सरकार इस सुविधा को और अधिक कस्टमाइज्ड बना सकती है, जैसे—500 ट्रिप्स वाला पास या मल्टी-व्हीकल पास। अगर यह मॉडल सफल रहता है तो टोल भुगतान का पूरा ढांचा बदल सकता है और यूजर्स को एक पारदर्शी, सरल और सस्ता विकल्प मिल सकता है।