शोभना शर्मा। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला शुक्रवार को राजस्थान के अजमेर पहुंचे। उन्होंने विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में जियारत की और देश में अमन, भाईचारे और तरक्की के लिए दुआ मांगी। अब्दुल्ला ने कहा कि हमारे देश को नफरत की नहीं, बल्कि प्यार और भाईचारे की जरूरत है।
अमन-चैन और तरक्की की दुआ
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “मैं यहां दुआ करने आया हूं कि हमारे देश में अमन-चैन बना रहे। जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी की कमी है, जो हमारे पानी के स्रोतों को प्रभावित कर सकती है। मैं दुआ करूंगा कि वहां के पहाड़ों पर बर्फबारी हो और राज्य में तरक्की हो।” उन्होंने यह भी कहा कि मुल्क के हर कोने में भाईचारा कायम रहना चाहिए, क्योंकि नफरत फैलाने वाले ताकतों के साथ चलना मुमकिन नहीं है।
राजौरी में 15 मौतों पर चिंता
राजौरी में हाल ही में हुई 15 मौतों पर प्रतिक्रिया देते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “हमारे राज्य में एक वायरस फैला हुआ है, और इसकी तहकीकात चल रही है। सरकार और प्रशासन इस मामले पर काम कर रहे हैं। यह पता लगाया जा रहा है कि यह वायरस कहां से आया और इसे कैसे रोका जा सकता है।”
नफरत फैलाने वालों के साथ नहीं चल सकते
नेशनल कांफ्रेंस और बीजेपी के गठबंधन की संभावना के सवाल पर अब्दुल्ला ने स्पष्ट कहा, “यह कभी संभव नहीं हो सकता। हमारी पार्टी नफरत फैलाने वालों का समर्थन नहीं करती। हम हमेशा से भाईचारे और देश में शांति की वकालत करते आए हैं।”
सैफ अली खान पर हमले पर प्रतिक्रिया
अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले को लेकर पूछे गए सवाल पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “ऐसे हमले होते रहते हैं। यह कोई बड़ी बात नहीं है। हालांकि यह चिंताजनक है, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है।”
दिल्ली चुनाव पर प्रतिक्रिया
दिल्ली चुनावों को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव आते-जाते रहते हैं। यह लोकतंत्र का हिस्सा है, और हर पार्टी को अपने एजेंडे के अनुसार काम करना चाहिए।