शोभना शर्मा। राजस्थान के अजमेर जिले में स्थित होटल नाज में गुरुवार सुबह हुई भीषण आगजनी की घटना में चार लोगों की दर्दनाक मौत के बाद शुक्रवार को मृतकों के शव परिजनों को सौंप दिए गए। मृतकों में गुजरात और दिल्ली के निवासी शामिल थे। होटल प्रबंधन की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए शोकाकुल परिजनों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस बीच, जिला प्रशासन और एफएसएल टीम घटना की गहन जांच में जुट गई है।
कौन थे मृतक और क्या है पूरा मामला?
गुरुवार सुबह अजमेर के डिग्गी क्षेत्र स्थित होटल नाज में अचानक आग लग गई। इस भयावह हादसे में गुजरात के अमरेली जिले के लाठी गांव निवासी अलफेज नुरानी, उनकी पत्नी शबनम नुरानी और डेढ़ साल के मासूम बेटे अरमान नुरानी की मौत हो गई। इसके साथ ही नई दिल्ली के मोती नगर निवासी मोहम्मद जाहिद (40) की भी आग में झुलसकर मृत्यु हो गई।
घटना में मोहम्मद जाहिद की पत्नी रेहाना और उनका बेटा इब्राहिम घायल हो गए। इसके अलावा गुजरात के भावनगर निवासी धवल, उनकी पत्नी अल्पा और आग बुझाते समय फायरमैन कृष्णा मीणा भी झुलस गए।
परिजनों का आक्रोश: “होटल में नहीं थे अग्नि सुरक्षा के इंतजाम”
शवों को लेने के लिए अजमेर पहुंचे मृतकों के परिजनों में शोक के साथ-साथ गहरा आक्रोश भी नजर आया। मृतक अलफेज के परिजनों कुलसुम, मोईन, धरम और आबिद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि होटल में आग से बचाव के कोई इंतजाम नहीं थे। न तो अग्निशमन यंत्र थे, न ही अलार्म सिस्टम या इमरजेंसी एग्जिट की व्यवस्था।
परिजनों ने सवाल उठाया कि यदि होटल में बेसिक फायर सेफ्टी के प्रबंध होते तो शायद उनके परिजन आज जीवित होते। उन्होंने होटल मालिक और प्रबंधन को सीधे तौर पर दोषी ठहराते हुए कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की।
एफएसएल और जिला प्रशासन की जांच शुरू
घटना की गंभीरता को देखते हुए अजमेर के जिला कलेक्टर लोकबंधु ने एक जांच कमेटी का गठन किया है, जिसमें एसडीएम पदमा देवी, नगर निगम की उपायुक्त अनिता चौधरी, पुलिस उप अधीक्षक, अग्निशमन अधिकारी समेत अन्य अधिकारी शामिल हैं। यह कमेटी घटनास्थल का निरीक्षण कर रही है और सुरक्षा मानकों की अनुपालना की स्थिति का मूल्यांकन कर रही है।
वहीं, एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम भी होटल में आग लगने के कारणों की जांच में जुटी है। टीम ने घटनास्थल से सबूत जुटाने का कार्य शुरू कर दिया है।
प्राथमिकी दर्ज, पुलिस जांच में जुटी
घटना में घायल मोहम्मद जाहिद की पत्नी रेहाना ने क्लॉक टावर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने साफ तौर पर आरोप लगाया कि होटल मालिक और प्रबंधन की लापरवाही ही इस हादसे का मुख्य कारण है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और होटल प्रबंधन से पूछताछ की जा रही है।
होटल की वैधता और लाइसेंस पर भी सवाल
हादसे के बाद यह सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या होटल नाज के पास सभी जरूरी सुरक्षा अनुमतियाँ और अग्निशमन अनापत्ति प्रमाण पत्र थे। शुरुआती रिपोर्ट्स में यह संकेत मिल रहे हैं कि होटल ने फायर सेफ्टी के नियमों की अवहेलना की थी, जिससे हादसा और भी भयावह हो गया।