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जाली वाला vs बिना जाली वाला फ्रिज: कौन है बेहतर?

जाली वाला vs बिना जाली वाला फ्रिज: कौन है बेहतर?

शोभना शर्मा। फ्रिज खरीदना हर घर के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय होता है। लेकिन जब आप शोरूम में पहुंचते हैं तो कई बार एक सवाल उलझा देता है – जाली वाला फ्रिज लें या बिना जाली वाला? दरअसल, यह सवाल फ्रिज की कूलिंग टेक्नोलॉजी से जुड़ा है। फ्रिज के पीछे जो काली जाली या कॉइल दिखती है, वो बताती है कि वह डायरेक्ट कूल फ्रिज है, जबकि बिना जाली वाला फ्रिज फ्रॉस्ट-फ्री तकनीक पर काम करता है।

अगर आप इस कंफ्यूजन को खत्म कर, सही फ्रिज खरीदना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। हम यहां कूलिंग सिस्टम, बिजली खपत, सफाई, मेंटेनेंस, कीमत और परिवार के हिसाब से उपयुक्तता जैसे बिंदुओं पर दोनों प्रकार के फ्रिज की विस्तार से तुलना करेंगे।

1. कूलिंग तकनीक में अंतर

  • जाली वाला फ्रिज (डायरेक्ट कूल):
    इसमें ठंडी हवा प्राकृतिक रूप से पूरे फ्रिज में फैलती है। पीछे लगी काली जाली (कॉइल) गर्मी बाहर निकालने का काम करती है। इस प्रकार के फ्रिज में बर्फ खुद से बनती है और समय-समय पर मैन्युअल डिफ्रॉस्टिंग की जरूरत पड़ती है।

  • बिना जाली वाला फ्रिज (फ्रॉस्ट-फ्री):
    यह फैन के जरिए ठंडी हवा को पूरे फ्रिज में समान रूप से फैलाता है। इसमें ऑटोमैटिक डिफ्रॉस्टिंग सिस्टम होता है, जिससे फ्रीजर में बर्फ जमती नहीं है। यह तकनीक आधुनिक और सुविधाजनक मानी जाती है।

2. बिजली की खपत का फर्क

  • डायरेक्ट कूल फ्रिज (जाली वाला):
    बिजली की खपत कम करता है क्योंकि इसमें फैन या ऑटोमैटिक डिफ्रॉस्ट सिस्टम नहीं होता। छोटे परिवारों या अकेले रहने वालों के लिए उपयुक्त रहता है।

  • फ्रॉस्ट-फ्री फ्रिज (बिना जाली वाला):
    इसमें कूलिंग फैन, हीटर और सेंसर लगे होते हैं जिससे यह अधिक बिजली खपत करता है। हालांकि इसका प्रदर्शन बेहतर होता है और बर्फ हटाने की झंझट नहीं रहती।

3. सफाई और मेंटेनेंस में अंतर

  • जाली वाला फ्रिज:
    समय-समय पर फ्रीजर में जमी बर्फ को मैन्युअली हटाना पड़ता है। साथ ही पीछे की खुली जाली पर धूल जमने के कारण उसकी भी नियमित सफाई जरूरी होती है।

  • बिना जाली वाला फ्रिज:
    इसमें बर्फ नहीं जमती, इसलिए डिफ्रॉस्ट करने की जरूरत नहीं पड़ती। जाली या कॉइल अंदर छिपी होती है, जिससे सफाई का काम भी आसान हो जाता है।

4. कीमत और बजट के हिसाब से

  • जाली वाला फ्रिज (डायरेक्ट कूल):
    यदि आपका बजट सीमित है, तो यह बेहतर विकल्प है। इसकी कीमत लगभग ₹10,000 से ₹18,000 के बीच होती है। स्टूडेंट्स, सिंगल्स या छोटे परिवारों के लिए यह एक किफायती ऑप्शन है।

  • बिना जाली वाला फ्रिज (फ्रॉस्ट-फ्री):
    इनकी कीमत ₹20,000 से शुरू होती है और सुविधाओं के हिसाब से बढ़ती है। इसमें स्टोरेज ज्यादा, ऑटोमैटिक डिफ्रॉस्टिंग और स्मार्ट फीचर्स मिलते हैं, जो इसकी लागत को उचित ठहराते हैं।

5. परिवार के साइज के हिसाब से कौन सा फ्रिज बेहतर?

  • छोटा परिवार (1-2 सदस्य):
    डायरेक्ट कूल फ्रिज आदर्श रहेगा। कम बिजली खर्च, सीमित स्टोरेज और सस्ती कीमत इसे इस कैटेगरी के लिए उपयुक्त बनाती है।

  • मध्यम से बड़ा परिवार (3 या अधिक सदस्य):
    फ्रॉस्ट-फ्री फ्रिज बेहतर विकल्प है। इसमें स्टोरेज ज्यादा होता है, मेंटेनेंस कम और बर्फ जमने की समस्या नहीं रहती।

6. फ्रिज की लाइफ और परफॉर्मेंस

  • दोनों ही प्रकार के फ्रिज लंबे समय तक चलते हैं, लेकिन फ्रॉस्ट-फ्री फ्रिज में तकनीकी सुविधाएं ज्यादा होती हैं जो समय के साथ यूज़र को अधिक सुविधा देती हैं। वहीं डायरेक्ट कूल फ्रिज सादा होते हैं, लेकिन तकनीकी खराबी की संभावना कम होती है।

निष्कर्ष: आपके लिए कौन सा फ्रिज सही?

मापदंडडायरेक्ट कूल (जाली वाला)फ्रॉस्ट-फ्री (बिना जाली वाला)
कूलिंग तकनीकप्राकृतिक ठंडी हवाफैन बेस्ड ऑटो कूलिंग
बिजली खपतकमज्यादा
डिफ्रॉस्टिंगमैन्युअलऑटोमैटिक
मेंटेनेंसज्यादाकम
कीमतकम (₹10,000 – ₹18,000)ज्यादा (₹20,000+)
उपयुक्तताअकेले या छोटे परिवार के लिएबड़े परिवार के लिए

सलाह

अगर आप साधारण, कम बजट वाला और बिजली बचाने वाला विकल्प ढूंढ रहे हैं, तो डायरेक्ट कूल फ्रिज (जाली वाला) सही रहेगा।
लेकिन यदि आप अधिक सुविधाएं, कम झंझट और बेहतर परफॉर्मेंस चाहते हैं, तो फ्रॉस्ट-फ्री फ्रिज (बिना जाली वाला) बेहतर विकल्प होगा।

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