शोभना शर्मा। राजस्थान पुलिस ने झालावाड़ जिले में नकली करेंसी कारोबार का बड़ा भंडाफोड़ किया है। लंबे समय से पुलिस की आंखों में धूल झोंककर देशभर में करोड़ों रुपये के नकली नोटों की खेप भेजने वाले इस संगठित गिरोह के मास्टरमाइंड एक पति-पत्नी निकले। पुलिस ने छापेमारी कर न केवल 12 लाख 20 हजार रुपये की फर्जी करेंसी बरामद की, बल्कि प्रिंटिंग मशीन और अन्य अत्याधुनिक उपकरण भी जब्त किए। इस सनसनीखेज खुलासे ने राज्यभर में हड़कंप मचा दिया है।
पति-पत्नी चलाते थे नकली करेंसी का धंधा
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान झालरापाटन निवासी जितेन्द्र शर्मा (40) और उसकी पत्नी रजनी शर्मा (37) के रूप में हुई है। पुलिस जांच में पता चला कि दोनों लंबे समय से इस गोरखधंधे में सक्रिय थे और बड़े पैमाने पर फेक करेंसी की सप्लाई कर चुके थे। यह दंपत्ति देशभर में फैले अपने नेटवर्क के जरिए करोड़ों रुपये की नकली नोटों की खेप पहुंचा रहा था।
कुरियर सेवाओं से होती थी सप्लाई
पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ कि गिरोह नकली नोटों की सप्लाई के लिए कुरियर सेवाओं का इस्तेमाल करता था। फर्जी नाम और पते के आधार पर कंसाइनमेंट बुकिंग की जाती थी, जिससे गिरोह लंबे समय तक पुलिस और खुफिया एजेंसियों से बचा रहा। यह नेटवर्क बड़े पैमाने पर देश के कई राज्यों तक फैला हुआ था।
तकनीकी जांच से मिली सफलता
पुलिस के लिए महिला आरोपी तक पहुंचना सबसे बड़ी चुनौती थी। गिरोह की चालबाजियों के चलते उसकी पहचान मुश्किल हो रही थी, लेकिन साइबर ट्रैकिंग और सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने उसे ट्रैक कर लिया। इसके बाद टीम ने झालरापाटन के ग्रोथ सेंटर स्थित किराए के मकान पर छापा मारा।
छापेमारी में बरामद हुआ सामान
छापेमारी के दौरान पुलिस को देखकर सभी हैरान रह गए। मौके से 12.20 लाख रुपये के नकली नोट बरामद हुए। इसके अलावा कलर प्रिंटर, कटर, लैपटॉप, विशेष कागज, स्क्रीन फ्रेम इमेजर और अन्य अत्याधुनिक उपकरण भी जब्त किए गए। इन उपकरणों का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर फर्जी करेंसी छापने के लिए किया जा रहा था।
चंडीगढ़ से हुआ था बड़ा सुराग
इस कार्रवाई का सुराग पुलिस को तब मिला जब कुछ समय पहले चंडीगढ़ क्राइम पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया। उनके पास से 9.19 लाख रुपये के नकली नोट बरामद हुए थे। पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये नकली करेंसी झालावाड़ से भेजी गई थी। इसी जानकारी के आधार पर राजस्थान पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दंपत्ति को धर दबोचा।
पुलिस का बयान
झालावाड़ के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों का गिरोह एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा है। यह नेटवर्क देश की आर्थिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन चुका था। फिलहाल आरोपियों से गहन पूछताछ जारी है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।
आर्थिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा
नकली करेंसी का कारोबार देश की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है। इससे न केवल बाजार की स्थिरता प्रभावित होती है, बल्कि आम जनता का भरोसा भी डगमगा जाता है। ऐसे में इस गिरोह का भंडाफोड़ राजस्थान पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।