शोभना शर्मा। जयपुर-अजमेर एक्सप्रेस हाईवे पर बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए अब इसका विस्तार जरूरी हो गया है। यह हाईवे जयपुर से अजमेर, भीलवाड़ा, नसीराबाद समेत कई प्रमुख शहरों को जोड़ता है, और दिल्ली जाने के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण मार्ग है। वर्तमान में इस हाईवे से प्रतिदिन 1.50 लाख से अधिक वाहन गुजरते हैं, जिससे जाम की समस्या बढ़ गई है। इसे हल करने के लिए, नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने इस हाईवे को 6 से बढ़ाकर 8 लेन का करने और 10 नए फ्लाईओवर या अंडरपास बनाने की योजना बनाई है।
1. हाईवे का विस्तार: 6 से 8 लेन
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अजय आर्य के अनुसार, हाईवे को 6 लेन से बढ़ाकर 8 लेन का करने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है। डीपीआर बनने के बाद, इसे मंत्रालय में भेजा जाएगा, जहां से मंजूरी मिलने पर आगे का काम शुरू किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट लगभग 1000 करोड़ रुपए की लागत से पूरा होगा, जिससे हाईवे पर बढ़ते ट्रैफिक के दबाव को कम करने में मदद मिलेगी।
2. 10 नए फ्लाईओवर और अंडरपास
हाईवे पर ट्रैफिक जाम की समस्या को पूरी तरह खत्म करने और हाईवे को डेडिकेटेड बनाने के लिए 10 नए पॉइंट्स पर फ्लाईओवर या अंडरपास बनाए जाएंगे। इससे मुख्य कस्बों, शहरों या गांवों से आने वाले कनेक्टिंग रोड्स पर ट्रैफिक की एंट्री और एग्जिट को नियंत्रित किया जाएगा। इन फ्लाईओवर्स और अंडरपास के निर्माण से हाईवे पर ट्रैफिक मूवमेंट और सुगम हो सकेगा, जिससे सफर आसान और कम समय में पूरा होगा।
3. मौजूदा स्थिति और ट्रैफिक लोड
जयपुर-अजमेर हाईवे को साल 2002-03 में 6 लेन के रूप में तैयार किया गया था, जब इस पर प्रतिदिन 50 हजार पैसेंजर कार यूनिट (PCU) का ट्रैफिक लोड था। तब इसे 92,678 पीसीयू के हिसाब से डिजाइन किया गया था। लेकिन वर्तमान में इस हाईवे पर ट्रैफिक लोड 1.20 लाख पीसीयू प्रतिदिन से भी अधिक हो गया है। इस बढ़ते लोड को देखते हुए इसका विस्तार जरूरी हो गया है।
4. वर्तमान में फ्लाईओवर निर्माण
हाईवे पर कुछ स्थानों पर फ्लाईओवर का निर्माण पहले से चल रहा है। मोखमपुरा, भांकरोटा, कमला नेहरू नगर और पड़ासोली जंक्शन पर फ्लाईओवर का काम अंतिम चरण में है। मोखमपुरा, पड़ासोली और कमला नेहरू नगर के फ्लाईओवर का काम दिसंबर के पहले सप्ताह तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। हालांकि, भांकरोटा फ्लाईओवर को तैयार होने में अभी तीन महीने या उससे अधिक का समय लग सकता है।
5. जाम की समस्या और समाधान
जयपुर-अजमेर हाईवे के भांकरोटा, मोखमपुरा, पड़ासोली और कमला नेहरू नगर के पास ट्रैफिक जाम की समस्या सबसे ज्यादा रहती है। इन स्थानों पर फ्लाईओवर बनने के बाद इन जाम की समस्याओं से निजात मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा, रिंग रोड के मर्जर के लिए जो कट दिया गया है, वहां भी ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है। इन समस्याओं को हल करने के लिए भी काम किया जा रहा है।
6. भविष्य की योजना
इस हाईवे के विस्तार के बाद, दिल्ली से जयपुर और अजमेर के बीच की यात्रा सुगम हो जाएगी। ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने और यात्रा समय को कम करने के लिए एनएचएआई के इस प्रयास से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। यह प्रोजेक्ट न केवल यातायात को सुगम करेगा, बल्कि व्यापार और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा, क्योंकि जयपुर-अजमेर हाईवे राजस्थान के प्रमुख व्यवसायिक और औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ता है।