latest-newsजयपुरराजस्थान

राजस्थान में मानसून विदाई के बाद भी बारिश, 2 अक्टूबर तक अलर्ट जारी

राजस्थान में मानसून विदाई के बाद भी बारिश, 2 अक्टूबर तक अलर्ट जारी

मनीषा शर्मा।  राजस्थान में इस साल मानसून की विदाई सामान्य से कुछ पहले ही हो गई थी, लेकिन इसके बावजूद बारिश का दौर अभी भी जारी है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों के लिए राज्य के कई हिस्सों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। खासकर पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।

बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम और असर

दरअसल, बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन (निम्न दबाव का क्षेत्र) अब धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए ओडिशा और आंध्र प्रदेश से महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर चुका है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह सिस्टम अब गुजरात की ओर बढ़ेगा और अंततः अरब सागर में पहुंचकर कमजोर होगा। हालांकि, इसके गुजरते समय राजस्थान पर इसका सीधा असर देखने को मिलेगा।

2 अक्टूबर तक मौसम रहेगा बदला हुआ

मौसम विभाग के अनुसार, इस सिस्टम के कारण 2 अक्टूबर 2025 तक राज्य के कई जिलों में बारिश हो सकती है। जयपुर, अजमेर, भरतपुर, उदयपुर और कोटा संभाग के जिलों में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं पर तेज हवाएं और हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिलेगी। कृषि विज्ञान केंद्र और मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे मंडियों और खुले स्थानों पर रखे अनाज और फसलों को सुरक्षित स्थान पर रख दें, ताकि बारिश के दौरान नुकसान से बचा जा सके।

किन जिलों में बारिश की संभावना

मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन दिनों में प्रदेश के 10 से 20 जिलों में बारिश होगी। इनमें मुख्य रूप से जयपुर, अजमेर, उदयपुर, कोटा, भरतपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, जालोर और डूंगरपुर जैसे जिले शामिल हैं। इन जिलों में 30 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक बारिश और तेज हवाओं का असर रहेगा।

पिछले 24 घंटे का बारिश का हाल

पिछले 24 घंटों में राजस्थान के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई।

  • उदयपुर जिले के डबोक में 1.4MM, ऋषभदेव में 4MM, लसाड़ियां में 3.5MM और सेमरी में 3MM बारिश दर्ज हुई।

  • सिरोही जिले के देलदर में 4MM बारिश हुई।

  • चित्तौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा में 18MM, बड़ी सादड़ी में 4MM, डूंगला में 6MM और भदेसर में 3MM बारिश रिकॉर्ड की गई।

  • प्रतापगढ़ जिले के अरनोद में 6MM, छोटी सादड़ी और दलोत में 2-2MM तथा प्रतापगढ़ शहर में 3MM बारिश हुई।

  • जालोर जिले के भीनमाल में 7MM, झालावाड़ के पिरावा और झालावाड़ शहर में 4-4MM तथा बांसवाड़ा जिले के सलोपत में 8MM, गढ़ी में 5MM और बांसवाड़ा शहर में 6MM बारिश दर्ज की गई।

इसके अलावा, जयपुर शहर और उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी हल्की बूंदाबांदी हुई। डूंगरपुर, अलवर और कोटा सहित कई अन्य जिलों में भी बादल छाए रहे और कहीं-कहीं हल्की बारिश दर्ज की गई।

आकाशीय बिजली और नुकसान

बारिश के साथ कई इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आईं। बांसवाड़ा जिले के ग्राम अहाडो की पादर तहसील गढ़ी में आकाशीय बिजली गिरने से दो भैंसों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने ग्रामीणों और किसानों को चेतावनी दी है कि वे बारिश और बिजली गिरने के दौरान खुले मैदान और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें।

किसानों के लिए चेतावनी

इस समय खरीफ फसलों की कटाई का दौर भी शुरू हो चुका है। ऐसे में अचानक बारिश किसानों के लिए परेशानी बढ़ा सकती है। मौसम विभाग ने साफ कहा है कि आने वाले तीन दिनों तक किसान कटाई और परिवहन कार्यों में सावधानी बरतें और मंडियों या खुले स्थानों पर अनाज बिल्कुल न छोड़ें।

मौसम विज्ञानियों की राय

जयपुर स्थित मौसम केंद्र के विशेषज्ञों के अनुसार, यह सिस्टम राजस्थान में स्थानीय स्तर पर अच्छी बारिश करा सकता है। हालांकि, इसका असर केवल कुछ दिनों तक ही रहेगा। 2 अक्टूबर के बाद मौसम सामान्य होने लगेगा और राज्य में धीरे-धीरे सर्दी का असर शुरू होगा।

post bottom ad

Discover more from MTTV INDIA

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading