मनीषा शर्मा। टोंक जिले के गोपीपुरा ग्राम में उस समय माहौल गमगीन हो गया जब प्रदेश के ऊर्जा मंत्री हीरा लाल नागर मासूम हिमांशु धाकड़ के परिजनों से मिलने पहुंचे। गांव में हाल ही में एक दर्दनाक हादसा हुआ था, जिसमें मंत्री के एस्कॉर्ट में चल रहे पुलिस वाहन ने 4 वर्षीय हिमांशु को टक्कर मार दी थी। गंभीर रूप से घायल बच्चे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बुधवार को मंत्री नागर, क्षेत्रीय विधायक राजेंद्र गुर्जर, पालिकाध्यक्ष नेमीचंद जैन और उपखंड अधिकारी रूबी अंसार सहित अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि परिवार को सांत्वना देने पहुंचे।
मंत्री नागर ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए परिजनों को हर संभव मदद दिलवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि एक इकलौते बच्चे को खोने का दुख बहुत बड़ा होता है और सरकार इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं मामले की निगरानी कर रहे हैं ताकि दोषियों पर उचित कार्रवाई हो सके और परिवार को सहायता मिले।
पूरी घटना
ऊर्जा मंत्री नागर ने पत्रकारों को बताया कि हादसे के समय बच्चा अचानक उनकी गाड़ी के सामने आ गया था। मंत्री की कार के चालक ने समय रहते बच्चे को बचा लिया, लेकिन पीछे चल रही एस्कॉर्ट जीप ने बचाने के प्रयास में नियंत्रण खो दिया और पलट गई। इस दौरान जीप की टक्कर से हिमांशु गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना में जीप में सवार एक एएसआई, दो पुलिसकर्मी और चालक समेत चार लोग भी घायल हुए थे।
हिमांशु को पहले कोटा और फिर जयपुर रेफर किया गया, जहां एसएमएस अस्पताल जयपुर में सोमवार रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मासूम के निधन से पूरे गांव में शोक और गुस्से का माहौल है।
परिजनों से मुलाकात और आश्वासन
बुधवार को मंत्री नागर ने गोपीपुरा पहुंचकर शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की। उन्होंने माता-पिता को सांत्वना देते हुए कहा कि सरकार की ओर से हर संभव सहयोग सुनिश्चित किया जाएगा। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी परिवार को हिम्मत रखने की बात कही।
मुआवजा और नौकरी की मांग
घटना के बाद समाज में भारी आक्रोश फैल गया है। धाकड़ महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष नवनीत नागर के नेतृत्व में समाज के लोगों ने मंत्री नागर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई। समाज के नेताओं का कहना है कि हिमांशु अपने परिवार में पांच बहनों के बीच इकलौता भाई था, जिससे यह घटना और भी दर्दनाक हो गई है।
महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेन्द्र नागर और प्रदेशाध्यक्ष इन्द्रसिंह ने भी इस मामले में सरकार से सख्त कार्रवाई और उचित मुआवजे की मांग की। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी इसी तरह की घटनाओं में समझौते के तहत मुआवजा दिया गया है, इसलिए इस मामले में भी उचित राहत दी जानी चाहिए।