latest-newsजयपुरदेशराजस्थान

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का स्कूल में सरप्राइज विजिट

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का स्कूल में सरप्राइज विजिट

मनीषा शर्मा। राजस्थान में शिक्षा सुधार को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार लगातार सख्त रुख अपना रही है। इसी क्रम में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का स्कूलों में अचानक निरीक्षण (Surprise Inspection) का सिलसिला जारी है। शनिवार को मंत्री ने कोटपूतली-बहरोड़ जिले के विराटनगर और बहरोड़ स्थित पीएम श्री गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल का दौरा किया।

सुबह की प्रार्थना के समय ही पहुंचने पर शिक्षा मंत्री ने पाया कि स्कूल में भारी अव्यवस्थाएं हैं। निरीक्षण के दौरान 10 शिक्षक बिना सूचना अनुपस्थित थे। यही नहीं, प्रिंसिपल भी पिछले 4 दिनों से बिना जानकारी दिए छुट्टी पर थे। इन गंभीर लापरवाहियों ने मंत्री को बेहद नाराज कर दिया और उन्होंने मौके पर ही कार्रवाई के आदेश दिए।

बिना सूचना नदारद मिले शिक्षक

स्कूल इंचार्ज ऋषि राज वर्मा ने मंत्री को जानकारी दी कि प्रिंसिपल अनिल कुमार देवरिया की गॉलब्लैडर की सर्जरी हुई है, जिस वजह से वे पिछले 4 दिन से बेड रेस्ट पर हैं। एक अन्य शिक्षक भी मेडिकल लीव पर थे। लेकिन बाकी 8 शिक्षकों ने कोई सूचना दिए बिना छुट्टी ले ली, जो नियमों का उल्लंघन है।

शिक्षा मंत्री ने इस स्थिति को बेहद गंभीर बताया और कहा कि जब शिक्षक ही अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाएंगे तो शिक्षा व्यवस्था कैसे सुधरेगी।

घटिया खेल सामग्री पर भड़के मंत्री

निरीक्षण के दौरान शिक्षा मंत्री ने स्कूल में खेल सामग्री की भी जांच की। यहां उन्होंने पाया कि मार्च महीने में आई खेल सामग्री को अब तक खोला तक नहीं गया था। जब पैकेट खोले गए तो उसमें प्लास्टिक के क्रिकेट बैट और विकेट, खराब क्वालिटी की बैडमिंटन नेट, रस्सी और यहां तक कि स्टॉपवॉच और वजन मापने की मशीन भी खराब मिली।

मंत्री दिलावर ने नाराजगी जताते हुए कहा, “बच्चों के लिए इतना घटिया सामान क्यों खरीदा गया? यह पैसा जनता का है, जिसे बर्बाद किया गया है। जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”

किताबें थीं, पर बच्चों तक नहीं पहुंचीं

निरीक्षण में सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि स्कूल में बच्चों के लिए मुफ्त किताबें 23 अगस्त को ही आ चुकी थीं, लेकिन 2 सप्ताह बीत जाने के बाद भी उन्हें छात्रों में वितरित नहीं किया गया था।

स्टॉक रजिस्टर में भी भारी गड़बड़ियां मिलीं। एक तरफ 182 किताबें दर्ज थीं, वहीं दूसरे विवरण में 2000 किताबों का वितरण दिखाया गया था।

इतना ही नहीं, छात्रों की उपस्थिति दर्ज करने वाला अटेंडेंस रजिस्टर भी शिक्षकों की अलमारी में बंद पाया गया, जिससे बच्चों की हाजिरी नहीं लगाई जा रही थी। वहीं, प्रिंसिपल छुट्टी पर होने के कारण स्कूल की कैश बुक उनके घर पर मिली। इसकी पुष्टि प्रिंसिपल ने फोन पर खुद की।

CBEO खेत पर मिले, मंत्री का गुस्सा फूटा

निरीक्षण के दौरान शिक्षा मंत्री ने विराटनगर के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (CBEO) को मौके पर बुलाना चाहा। लेकिन उनका फोन घर पर छूट गया था और वे खुद खेत पर काम कर रहे थे। बाद में जब संपर्क हुआ तो मंत्री ने उनकी इस लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताई और उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया।

मंत्री ने कहा कि जब जिले के शिक्षा अधिकारी ही अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से नहीं लेंगे, तो निचले स्तर पर शिक्षक कैसे अनुशासन में रह सकते हैं।

मंत्री ने दिए सख्त निर्देश

निरीक्षण के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अधिकारियों और शिक्षकों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा:

  • बच्चों के हित से जुड़ी योजनाओं में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।

  • खेल सामग्री और किताबों की गुणवत्ता में गड़बड़ी पाए जाने पर जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी।

  • अनुपस्थित शिक्षकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा।

  • शिक्षा अधिकारियों की निगरानी को मजबूत किया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न हो।

शिक्षा स्तर सुधारने की सरकार की मंशा

राजस्थान सरकार का स्पष्ट संदेश है कि राज्य में शिक्षा स्तर सुधारना शीर्ष प्राथमिकता है। इसके लिए मंत्री खुद मैदान में उतरकर वास्तविक स्थिति देख रहे हैं।

मदन दिलावर का कहना है कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर सुविधाएं मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई शिक्षक या अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से भागता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

post bottom ad

Discover more from MTTV INDIA

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading