मनीषा शर्मा। उदयपुर में आयोजित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के विंटर किट वितरण कार्यक्रम में राजस्थान के शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने बच्चों की शिक्षा और संस्कारों पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जिस गति से हमारे देश को नुकसान पहुंचाने वाले लोग बढ़ रहे हैं, उस गति से हम मुख्यधारा में प्रगति नहीं कर पा रहे। यह समाज और देश के लिए हानिकारक है। उन्होंने मुख्यधारा से जुड़े रहने और शिक्षा में संस्कारों के समावेश की आवश्यकता पर जोर दिया।
गाय के दूध की महत्ता पर विचार
कार्यक्रम के दौरान दिलावर ने बच्चों के लिए गाय के दूध को सर्वोत्तम बताते हुए इसे बुद्धिमत्ता और प्रगति का प्रतीक कहा। उन्होंने कहा, “गाय का दूध पीने वाले बच्चों की प्रगति होती है और वे चुस्त, बुद्धिमान और स्वस्थ बनते हैं।” दिलावर ने भगवान श्रीकृष्ण का उदाहरण देते हुए कहा कि सभी धर्म ग्रंथों में गाय को सर्वोत्तम बताया गया है।
उन्होंने गाय और भैंस के बच्चों का उदाहरण देते हुए कहा कि भैंस का बच्चा कितना भी बड़ा हो जाए, वह पाड़ा ही कहलाएगा। वहीं, गाय का बच्चा बछड़ा, केअड़ा, नारकिया और फिर बैल बनता है। यह प्राकृतिक क्रम शिक्षा और संस्कार का महत्व भी दर्शाता है।
संचय की जगह परोपकार का संदेश
दिलावर ने धन संचय के बजाय परोपकार में योगदान देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति प्रवाही रहता है, वह पवित्र होता है। इसलिए कमाई का एक हिस्सा समाज के लिए खर्च करना चाहिए।
घटिया निर्माण पर कार्रवाई की मांग
कार्यक्रम में ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने जनजाति बालिकाओं के स्कूलों की सुविधाओं पर ध्यान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि कई स्कूलों में भवन जर्जर स्थिति में हैं, जिससे छात्रों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। मीणा ने घटिया निर्माण के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
महाराणा प्रताप की धरती से प्रेरणा लेने का संदेश
मदन दिलावर ने मेवाड़ की धरती को देशभक्ति और सेवा का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह धरती महाराणा प्रताप, पन्नाधाय और भामाशाह जैसे महान लोगों की जन्मभूमि है। पूरे देश को यहां से प्रेरणा मिलती है।
कार्यक्रम की मुख्य बातें
इस कार्यक्रम में भाजपा के कई नेताओं, शिक्षाविदों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, भाजपा शहर अध्यक्ष रवींद्र श्रीमाली, राजसमंद के पूर्व विधायक बंशीलाल खटीक, और अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। विद्यार्थियों को विंटर किट वितरित की गई और शिक्षा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।
मीडिया से बातचीत में दिलावर के विचार
मीडिया से बातचीत के दौरान, दिलावर ने गाय के दूध की महत्ता को दोहराया। उन्होंने कहा कि यह पूरे विश्व में सर्वश्रेष्ठ है। इसे पीने से बुद्धिमत्ता और स्वास्थ्य में सुधार होता है। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण का उदाहरण देते हुए बताया कि गाय चराना भी एक सांस्कृतिक परंपरा है।