शोभना शर्मा। राजस्थान में मानगढ़ धाम को लेकर उठी अफवाहों ने एक बार फिर राजनीतिक बहस को गरमा दिया है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने मानगढ़ धाम से जुड़े पाठ को स्कूल की किताबों से हटाने की खबरों पर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कांग्रेस को झूठ फैलाने वाला करार दिया और कहा कि इस तरह की अफवाहें जनता को गुमराह करने के लिए फैलायी जा रही हैं।
दिलावर का कांग्रेस पर तीखा प्रहार
कोटा में आयोजित एक प्रेस वार्ता में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले भी कालीबाई के पाठ को हटाने की बात कही थी, लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल उलट है। दरअसल, सरकार ने न सिर्फ उस पाठ को बरकरार रखा, बल्कि उसमें और विस्तार करके नई तस्वीरों सहित शामिल किया है। यही बात कांग्रेस को खटक रही है।
दिलावर ने कहा कि कांग्रेस के नेता बिना आधार के आरोप लगा रहे हैं और मानगढ़ धाम को लेकर ग़लत जानकारियां फैला रहे हैं। उन्होंने इसे ‘सबसे बड़ा झूठा प्रचार’ बताया और जनता से अपील की कि वे इन अफवाहों पर ध्यान न दें।
शिक्षा सुधार का हवाला
मदन दिलावर ने इस दौरान कांग्रेस शासनकाल और मौजूदा सरकार के शिक्षा सुधारों की तुलना भी की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जमाने में राष्ट्रीय सर्वेक्षण में राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था देशभर में 11वें स्थान पर थी। लेकिन भाजपा सरकार के लगातार प्रयासों से आज राजस्थान तीसरे स्थान पर पहुंच गया है।
उन्होंने दावा किया कि शिक्षकों की भर्ती, स्कूलों में संसाधनों का विस्तार और विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने जैसे कदमों के चलते शिक्षा व्यवस्था में यह सुधार संभव हुआ है।
कांग्रेस पर ‘मुंगेरीलाल के सपने’ देखने का आरोप
मदन दिलावर ने कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि विपक्ष जनता को गुमराह करके सत्ता में आने के सपने देख रहा है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि कांग्रेस ‘मुंगेरीलाल के सपने’ देख रही है कि सरकार को बदनाम करके वे सत्ता में आ जाएंगे। लेकिन जनता सच्चाई जानती है और उनके झूठे प्रचार में नहीं फंसेगी।
दिलावर ने यह भी कहा कि कांग्रेस के मनसूबे कभी पूरे नहीं होंगे और आने वाले कई दशकों तक राजस्थान की सत्ता से कांग्रेस दूर ही रहेगी।
मानगढ़ धाम और आदिवासी इतिहास
मानगढ़ धाम राजस्थान और गुजरात की सीमा पर स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है, जो आदिवासी समाज के बलिदान और संघर्ष का प्रतीक माना जाता है। यहां 1913 में हुए आदिवासी आंदोलन में हजारों लोगों ने शहादत दी थी। इस वजह से मानगढ़ धाम को आदिवासी समाज की आस्था और गर्व का केंद्र कहा जाता है।
मदन दिलावर ने कहा कि भाजपा सरकार इस धरोहर को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बच्चों को मानगढ़ धाम का इतिहास पहले से पढ़ाया जा रहा था, लेकिन अब इस पाठ को और विस्तार दिया गया है ताकि विद्यार्थी उस संघर्ष की गहराई से जानकारी प्राप्त कर सकें।
कालीबाई के योगदान का उल्लेख
प्रेस वार्ता में दिलावर ने कालीबाई के योगदान का भी जिक्र किया। कालीबाई राजस्थान की वह आदिवासी छात्रा थीं, जिन्होंने शिक्षा के अधिकार के लिए संघर्ष करते हुए बलिदान दिया। कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए दिलावर ने कहा कि कांग्रेस ने कालीबाई पर पाठ हटाने की झूठी अफवाह फैलाई, जबकि सच्चाई यह है कि भाजपा सरकार ने उस पाठ को नई तस्वीरों और विस्तृत जानकारी के साथ शामिल किया है।


