शोभना शर्मा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर में आयोजित दो दिवसीय इकोनोमिक टाइम्स राजस्थान बिजनेस समिट का उद्घाटन करते हुए कहा कि राज्य में उद्योग और निवेश के लिए अपार संभावनाएं हैं। राज्य सरकार हर सेक्टर में निवेश को आकर्षित करने और उद्योगपतियों के लिए निवेश अनुकूल वातावरण तैयार करने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान को आर्थिक विकास और निवेश के हब के रूप में विकसित करने का उनका लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य राजस्थान को अगले पांच वर्षों में 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में बदलना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में किसी भी क्षेत्र से निवेशक आसानी से आवेदन कर सकते हैं, जिसके लिए उन्होंने राज निवेश पोर्टल की स्थापना की है। यह पोर्टल निवेशकों के लिए एक सरल और पारदर्शी प्लेटफॉर्म है, जिससे उन्हें प्रदेश में निवेश के अवसरों का लाभ मिलेगा।
राइजिंग राजस्थान समिट का आयोजन
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 9 से 11 दिसंबर 2024 के बीच राज्य में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन किया जाएगा। इस समिट का उद्देश्य निवेशकों को राज्य की औद्योगिक नीतियों और अनुकूल वातावरण से अवगत कराना है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा इस आयोजन को सफल बनाने के लिए विभिन्न शहरों में रोड शो और इन्वेस्टर मीटिंग्स आयोजित की जा रही हैं, जिनमें उद्यमियों का उत्साह देखने को मिला है। मुंबई में आयोजित पहले इन्वेस्टर मीट में 4.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए थे।
राजस्थान की औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने यह भी कहा कि राजस्थान सरकार ने निवेश प्रोत्साहन योजना, लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउस नीति, एमएसएमई नीति, और डाटा सेंटर नीति जैसी कई नई नीतियां बनाई हैं। इन नीतियों का मुख्य उद्देश्य निवेशकों को एक लाभदायक और सुविधाजनक वातावरण प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP मॉडल) के जरिए औद्योगिक विकास को गति मिलेगी और बड़े औद्योगिक प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सकेगा।
उद्योगों के क्षेत्र में त्वरित निर्णय
मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार उद्योगों से संबंधित फैसले तेजी से ले रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि हाल ही में एक फिल्म निर्माता द्वारा फिल्मसिटी की जरूरत बताने पर केवल चार घंटों में जमीन चिन्हित कर आवंटन प्रक्रिया शुरू कर दी गई। राज्य में उद्योगों के लिए सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के लिए 2 लाख 24 हजार करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार सिर्फ एमओयू पर हस्ताक्षर करने में ही नहीं, बल्कि उन्हें जमीनी स्तर पर उतारने में भी विश्वास रखती है।
राज्य की भौगोलिक स्थिति और प्राकृतिक संसाधन
मुख्यमंत्री ने बताया कि राजस्थान क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा राज्य है और इसमें सोना, लौह अयस्क, कच्चा तेल, यूरेनियम और लिथियम जैसे खनिज संसाधनों की भरमार है। इसके अलावा, राज्य मसालों, सुगंधित फसलों और मोटे अनाज के उत्पादन में भी अग्रणी है। राज्य की भौगोलिक स्थिति उद्योगपतियों के लिए निवेश के लिए अनुकूल है, जो यहां निवेश करने के लिए एक शानदार अवसर प्रदान करती है।
प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया का प्रभाव
इस अवसर पर नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए मेक इन इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया जैसे कार्यक्रमों से देश में औद्योगिक विकास में तेजी आई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार उद्योगों के लिए निवेश का अनुकूल माहौल तैयार कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में अगले पांच वर्षों में निवेश को लेकर बड़ी संभावनाएं हैं, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सकेगा।
समिट में प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में इकोनोमिक टाइम्स बिजनेस हेड अमित कुमार गुप्ता, गूगल क्लाउड इंडिया हेड लोकेश लोहिया, अडानी ग्रुप के सीमेंट बिजनेस के सीईओ अजय कपूर, और कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन संजय स्वरूप ने भी अपने विचार रखे। समिट में बड़ी संख्या में उद्यमी और निवेशक उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान आयोजित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया और आयोजकों द्वारा स्मृति चिन्ह उन्हें भेंट किए गए। इस समिट से उद्योग और निवेश के क्षेत्र में राजस्थान को नई दिशा मिलेगी और राज्य में औद्योगिक विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ जाएगा।