मनीषा शर्मा। राजस्थान में फरवरी 2024 में दो बड़े एग्जाम आयोजित किए जाने हैं—राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं-12वीं की परीक्षाएं। दोनों एग्जाम की तारीखें फरवरी में होने से संभावित टकराव को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) ने बोर्ड परीक्षाओं की तारीख बदलने पर विचार किया है।
बोर्ड परीक्षाओं की वर्तमान स्थिति
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव कैलाशचंद शर्मा ने जानकारी दी कि 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 20 फरवरी 2025 से शुरू होने वाली हैं। उच्च माध्यमिक और व्यावसायिक पाठ्यक्रम की परीक्षाएं 20 फरवरी से और माध्यमिक स्तर की परीक्षाएं 27 फरवरी से होनी हैं।
हालांकि, REET-2024 के फरवरी में होने की संभावना के कारण बोर्ड परीक्षा का शेड्यूल बदल सकता है। यदि REET फरवरी में होती है, तो बोर्ड परीक्षा मार्च के पहले सप्ताह में आयोजित की जा सकती हैं।
REET और बोर्ड परीक्षा का टकराव
राजस्थान में REET और बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन एक ही एजेंसी, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, द्वारा किया जाता है। इस कारण, दोनों परीक्षाओं को एक ही समय पर आयोजित करना संभव नहीं है।
- REET में संभावित कैंडिडेट्स: 10-12 लाख
- बोर्ड परीक्षाओं में स्टूडेंट्स: 20 लाख
इन दोनों परीक्षाओं के लिए बड़े पैमाने पर व्यवस्थाओं की आवश्यकता होती है। इसमें परीक्षा केंद्रों का निर्माण, स्टाफ की नियुक्ति और सीटिंग अरेंजमेंट शामिल हैं।
संभावित बदलाव और उसकी आवश्यकता
- REET फरवरी में होगी, तो बोर्ड परीक्षा शेड्यूल बदलेगा:
REET के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं को देखते हुए बोर्ड परीक्षा को मार्च के पहले सप्ताह में आयोजित किया जा सकता है। - मार्च में परीक्षा टलने का असर:
यदि फरवरी में REET नहीं हो पाती, तो यह मार्च में भी आयोजित नहीं हो सकेगी क्योंकि उस समय बोर्ड परीक्षाएं चल रही होंगी।
REET क्या है?
राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) राज्य में सरकारी शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली पात्रता परीक्षा है। इसे माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर द्वारा आयोजित किया जाता है।
- सर्टिफिकेट की वैधता: 2022 से आजीवन
- परीक्षा के स्तर:
- लेवल 1: कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षक
- लेवल 2: कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षक
क्यों जरूरी है बदलाव?
- छात्रों और अभ्यर्थियों की संख्या:
बोर्ड परीक्षा और REET में कुल मिलाकर 30 लाख से अधिक छात्र और अभ्यर्थी शामिल होंगे। - व्यवस्था का अभाव:
दोनों परीक्षाओं के लिए व्यापक स्तर पर व्यवस्था की जरूरत होती है। एक साथ दोनों परीक्षाओं के आयोजन से व्यवस्थाएं प्रभावित होंगी।
क्या हो सकता है समाधान?
- REET को फरवरी में आयोजित करना:
REET को फरवरी में आयोजित कर बोर्ड परीक्षा को मार्च में स्थानांतरित किया जा सकता है। - एकीकृत परीक्षा केंद्रों का उपयोग:
परीक्षा केंद्रों की कमी को ध्यान में रखते हुए बोर्ड और REET के लिए एकीकृत केंद्र बनाए जा सकते हैं।