शोभना शर्मा। सर्दी का मौसम हो या गर्मी का, होंठों का सूखना और फटना एक आम समस्या है। बहुत से लोग इसे केवल मौसम के बदलाव या लिप बाम की कमी से जोड़ते हैं, लेकिन वास्तव में बार-बार होंठ फटने के पीछे विटामिन और मिनरल्स की कमी भी एक बड़ा कारण हो सकती है।
अगर आपके होंठ लगातार सूखे, बेजान या कोनों से कट रहे हैं, तो यह आपके शरीर के अंदर हो रही पोषण संबंधी कमी का संकेत है।
होंठ फटने के मुख्य कारण
होंठों की त्वचा बेहद संवेदनशील होती है और उसमें ऑयल ग्लैंड्स नहीं होते, इसलिए यह आसानी से सूख जाती है। लेकिन इसके पीछे कुछ प्रमुख कारण भी हैं —
डिहाइड्रेशन (पानी की कमी): शरीर में पर्याप्त पानी की कमी होने पर होंठ तुरंत सूख जाते हैं।
मौसमी असर: ठंडी या शुष्क हवा होंठों की नमी को छीन लेती है।
बार-बार होंठ चाटना: जीभ से होंठों को गीला करना उन्हें और ज्यादा फटा बना देता है।
धूम्रपान या तंबाकू का सेवन: होंठों की त्वचा को नुकसान पहुंचाता है और रंग को काला करता है।
विटामिन की कमी: खासकर विटामिन B समूह की कमी होंठों की सेहत को गहराई से प्रभावित करती है।
कुछ दवाइयों के दुष्प्रभाव: कुछ एंटीबायोटिक्स या त्वचा संबंधी दवाएं भी होंठों को शुष्क कर सकती हैं।
कौन से विटामिन की कमी से फटते हैं होंठ?
विशेषज्ञों के अनुसार, होंठ फटने का सबसे बड़ा कारण विटामिन B2 (राइबोफ्लेविन) और विटामिन B12 (कोबालामिन) की कमी है।
1. विटामिन B2 (राइबोफ्लेविन) की कमी:
इसकी कमी से होंठ और त्वचा रूखी हो जाती है।
मुंह के कोनों पर दरारें पड़ना
जीभ का लाल और सूजा हुआ लगना
होंठों पर जलन या खुजली महसूस होना
ये सभी संकेत राइबोफ्लेविन की कमी के हैं।
2. विटामिन B12 (कोबालामिन) की कमी:
विटामिन B12 शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण और तंत्रिका तंत्र के संतुलन के लिए आवश्यक है। इसकी कमी से –
होंठों के कोने कटने लगते हैं
होंठों में जलन और सूखापन
थकान, चिड़चिड़ापन और नींद की कमी
बाल झड़ना और त्वचा का रुखापन बढ़ जाता है
विटामिन B12 और B2 की कमी कैसे करें दूर?
इन विटामिन्स की कमी को पूरा करने के लिए खानपान में कुछ बदलाव करना जरूरी है।
1. डेयरी उत्पाद:
दूध, दही, पनीर और चीज राइबोफ्लेविन और B12 दोनों के अच्छे स्रोत हैं।
2. अंडे और मछली:
अंडा, टूना, साल्मन और सार्डीन जैसी मछलियां विटामिन B12 से भरपूर होती हैं।
3. हरी पत्तेदार सब्जियां:
पालक, मेथी, सरसों के पत्ते और चौलाई जैसी सब्जियां राइबोफ्लेविन का स्रोत हैं।
4. साबुत अनाज और बीन्स:
साबुत गेहूं, दालें, राजमा और सोया प्रोटीन विटामिन B2 का अच्छा विकल्प हैं।
5. डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट:
अगर खानपान से पर्याप्त विटामिन नहीं मिल पा रहा, तो डॉक्टर की सलाह पर B-कॉम्प्लेक्स सप्लीमेंट लिया जा सकता है।
होंठों की देखभाल के आसान उपाय
विटामिन्स के साथ होंठों की बाहरी देखभाल भी उतनी ही जरूरी है। कुछ आसान घरेलू उपाय फटे होंठों को जल्दी राहत दे सकते हैं —
पानी का सेवन बढ़ाएं:
दिनभर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीएं।SPF युक्त लिप बाम का उपयोग करें:
धूप में निकलते वक्त SPF 15 या उससे अधिक वाला लिप बाम लगाएं।लिप स्क्रब करें:
हफ्ते में दो से तीन बार हल्के स्क्रब से मृत त्वचा हटाएं।ऑर्गेनिक लिप बाम या नारियल तेल लगाएं:
रासायनिक उत्पादों की बजाय प्राकृतिक तेल या बाम का इस्तेमाल करें।बीटरूट का रस लगाएं:
रात में होंठों पर बीटरूट या गुलाब की पंखुड़ियों का रस लगाने से होंठों में नमी और नेचुरल रंग लौटता है।