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अजमेर उत्तर में पेयजल विकास आत्मनिर्भरता की ओर

अजमेर उत्तर में पेयजल विकास  आत्मनिर्भरता की ओर

शोभना शर्मा,अजमेर।   अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में पेयजल समस्या के समाधान के लिए बड़े पैमाने पर विकास कार्य किए जा रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने घोषणा की है कि आने वाले समय में अजमेर उत्तर पेयजल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो जाएगा। क्षेत्र में 300 करोड़ रुपये से अधिक की राशि से विभिन्न पेयजल विकास परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है। इसमें नसीराबाद से नौसर तक नई पाइपलाइन, तीन बड़े सर्विस रिजर्वायर, फॉयसागर से जलापूर्ति, नई पानी की टंकी और बीसलपुर में इनटेक वैल जैसी योजनाएं शामिल हैं, जो शहर की जलापूर्ति के लिए मील का पत्थर साबित होंगी।

रविवार को देवनानी ने बोराज के रावत नगर में 2.23 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली पानी की टंकी और पाइपलाइन परियोजना का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना लंबे समय से क्षेत्रवासियों की मांग थी और इसके पूरा होने से पचास हजार से अधिक लोगों को लाभ मिलेगा।

महत्वपूर्ण विकास परियोजनाएं
देवनानी ने बताया कि राज्य बजट घोषणा के अंतर्गत अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। इनमें नसीराबाद से नौसर तक पाइपलाइन, कोटड़ा, लोहागल, और पृथ्वीराज नगर में सर्विस रिजर्वायर टैंक जैसी परियोजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं के पूरा होने पर अजमेर उत्तर जलापूर्ति के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो जाएगा, जिससे अनियमित जलापूर्ति और कम प्रेशर जैसी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी। उन्होंने आगे कहा कि इन योजनाओं के लिए जल्द ही डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार कर काम शुरू किया जाएगा। क्षेत्र की जनता को जल्द ही जल संकट से राहत मिलेगी।

बीसलपुर इनटेक वैल का महत्व
अजमेर जिले को जलापूर्ति के लिए बीसलपुर बांध क्षेत्र में बनने वाला इनटेक वैल बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा। यह अजमेर के लिए बड़ी राहत लेकर आएगा, क्योंकि इससे अंतिम छोर तक पूरे प्रेशर के साथ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी। इसके साथ ही, थड़ोली से केकड़ी के मध्य भांसू गांव के पास पाइपलाइन का निर्माण 24.81 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। थड़ोली, केकड़ी, गोयला, और नसीराबाद पंप हाउस को डबल फीडर से जोड़ने और बर्स्ट ट्रांसफर सिस्टम लगाने का कार्य 5.60 करोड़ रुपये से होगा। इससे ट्रिपिंग की समस्या भी समाप्त हो जाएगी। गोयला से नसीराबाद के बीच पाइपलाइन का कार्य 34.95 करोड़ रुपये की लागत से करवाया जा रहा है।

ईआरसीपी योजना से जुड़ाव
वासुदेव देवनानी ने बताया कि राज्य सरकार की सबसे महत्वपूर्ण ईआरसीपी योजना से अजमेर को भी जोड़ा जा रहा है। इस योजना के तहत चंबल और काली सिंध नदियों का पानी बीसलपुर होते हुए मुहामी के मोर तालाब तक लाया जाएगा। यहां पानी को दो साल तक स्टोर किया जा सकेगा, जिससे अजमेर की पेयजल आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सकेगी। इसके साथ ही, भविष्य में अजमेर के अन्य जलाशयों में जल उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकेगी।

फॉयसागर से जलापूर्ति
फॉयसागर से जलापूर्ति शुरू की जा चुकी है, जिससे हजारों लोगों को फायदा हो रहा है। इस अवसर पर सरपंच लाल सिंह रावत, तारा रावत, सीताराम शर्मा सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित थे।

अजमेर जिले में पेयजल क्रांति के तहत किए जा रहे ये विकास कार्य भविष्य में क्षेत्र की जल समस्याओं का समाधान करेंगे और अजमेर उत्तर को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

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