मनीषा शर्मा। राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है। सोमवार को जयपुर में आयोजित कांग्रेस मुख्यालय की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कोचिंग सेंटर हादसे, ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी), किसान आंदोलन और संगठनात्मक मुद्दों पर अपनी बात रखी। डोटासरा ने कहा कि वर्तमान सरकार की नीतियों में बड़े स्तर पर खामियां हैं, जिससे जनता त्रस्त है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा न केवल जनता की समस्याओं की अनदेखी कर रही है, बल्कि प्रदेश की संपदा को भी निजी हाथों में सौंपने का षड्यंत्र रच रही है।
कोचिंग सेंटर हादसे पर जताई चिंता
जयपुर के एक कोचिंग सेंटर में गैस रिसाव के कारण छात्रों के बेहोश होने की घटना पर डोटासरा ने गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “सरकार को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। यह बेहद गंभीर घटना है और छात्रों की सुरक्षा के लिए कोचिंग सेंटरों की स्थिति का व्यापक रूप से निरीक्षण करना चाहिए।” डोटासरा ने इस मुद्दे को राज्य सरकार की लापरवाही का प्रतीक बताया और कहा कि सरकार की प्राथमिकता केवल अपने निजी हित साधने की है।
भाजपा सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
डोटासरा ने भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि प्रदेश में “रिसाव” हर जगह है। उन्होंने तंज कसा, “राजस्थान की तो सरकार में रिसाव हो रहा है, गैस रिसाव तो होगा ही।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार का ध्यान जनहित के मुद्दों पर नहीं है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलनरत हैं, लेकिन उनसे कोई संवाद नहीं किया जा रहा है। वित्त मंत्रियों की बैठक में राजस्थान की वित्त मंत्री अनुपस्थित रहती हैं, और सरकार केवल दिल्ली और गुजरात के दबाव में काम कर रही है। डोटासरा ने कहा कि भाजपा का असली मकसद प्रदेश की संपदा को सस्ती जमीन देकर निजी व्यापारियों के हाथों में सौंपना है। उन्होंने कहा, “दिल्ली से पर्ची आती है और गुजरात के व्यापारी सस्ती जमीन हासिल कर रहे हैं। यह प्रदेश की संपत्ति को लूटने का षड्यंत्र है।”
ईआरसीपी को लेकर चेतावनी
ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) के मुद्दे पर डोटासरा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर ईआरसीपी में सिंचाई और पेयजल दोनों के लिए पानी उपलब्ध नहीं कराया गया, तो कांग्रेस आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने ईआरसीपी के लिए 10,000 करोड़ रुपये दिए थे और कई बांध बनाए गए हैं। लेकिन अब भाजपा सरकार कांग्रेस के काम का श्रेय लेना चाहती है।” डोटासरा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान में उसी तरह शिलान्यास करने आ रहे हैं, जैसे उन्होंने रिफाइनरी प्रोजेक्ट के लिए किया था। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर भाजपा सरकार ने ईआरसीपी को लेकर जनता के साथ छल किया, तो कांग्रेस इसे सड़क और सदन दोनों में उठाएगी।
संगठनात्मक बदलाव की घोषणा
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने पार्टी संगठन में निष्क्रिय पदाधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही। उन्होंने कहा कि जो पदाधिकारी पार्टी की बैठकों में नहीं आ रहे हैं, उन्हें आराम दिया जाएगा और उनकी जगह नए, ऊर्जावान लोगों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। सोमवार को आयोजित बैठक में 23 पदाधिकारी गैरहाजिर थे, जिनमें से कुछ व्यक्तिगत कारणों से अनुपस्थित थे, जबकि कुछ की उदासीनता साफ नजर आई। डोटासरा ने कहा, “हम संगठन में चिंतन शिविर और रायपुर अधिवेशन में लिए गए फैसलों की शत-प्रतिशत पालना करवाएंगे।” उन्होंने यह भी बताया कि मंगलवार को चुनाव के दौरान बनाए गए पदाधिकारियों की अलग से बैठक होगी, जिसमें उन्हें नए टास्क दिए जाएंगे।
किसानों के मुद्दों पर सरकार की अनदेखी
डोटासरा ने किसान आंदोलन को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि किसान लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनसे संवाद करने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा, “किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज करना भाजपा सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है।” डोटासरा ने यह भी कहा कि कांग्रेस किसानों के मुद्दों को लेकर लगातार संघर्ष करेगी और आगामी विधानसभा सत्र में इन मुद्दों को जोर-शोर से उठाएगी।
भाजपा पर राजनीतिक षड्यंत्र का आरोप
डोटासरा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार केवल राजनीतिक षड्यंत्रों में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात एक एएसआई की मौत हो गई, लेकिन सरकार ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार संवेदनशील मुद्दों पर चुप्पी साधे हुए है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।”
डोटासरा की रणनीति और कांग्रेस का भविष्य
गोविंद सिंह डोटासरा की बयानबाजी यह दर्शाती है कि कांग्रेस राजस्थान में भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर घेरने की तैयारी कर रही है। संगठन में निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाकर नए चेहरों को मौका देने की उनकी योजना पार्टी को नई ऊर्जा प्रदान कर सकती है। कांग्रेस अध्यक्ष ने स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी किसानों, युवाओं और आम जनता के मुद्दों को लेकर गंभीर है। आगामी विधानसभा सत्र में भाजपा सरकार की नीतियों को उजागर करने की उनकी रणनीति आने वाले चुनावों में कांग्रेस को फायदा पहुंचा सकती है।